मजदूरों के आपसी खींचातानी में लटका मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य, जिलाधिकारी ने मांगा स्पष्टीकरण

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भुगतान न होने से मजदूर खफा, किया काम बंद

दोनों कंपनियों के आपसी खींचातानी में लटका निर्माण कार्य, जिलाधिकारी ने मांगा स्पष्टीकरण

जौनपुर।

पत्रकार- धनन्जय विश्वकर्मा

सिद्धीकपुर के निर्माणाधीन उमानाथ सिंह स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के निर्माण कार्य में लगे मजदूरों का भुगतान ना होने से काम बंद चल रहा है। मेडिकल कॉलेज के निर्माण में लगी टाटा लिमिटेड कंपनी व बालाजी लिमिटेड कंपनी के बीच करोड़ के भुगतान को लेकर ठन गई है जिससे के चलते श्रमिकों व सप्लायरो का भुगतान भी नहीं हो पाया है।

मेडिकल कॉलेज का  विगत 9 सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निरीक्षण किया खामियां मिलने पर उन्होंने प्रमुख सचिव आलोक कुमार को बारीकी से निरीक्षण करने के लिए भेजा, उन्होंने कार्य प्रगति की जानकारी लेकर  जिम्मेदार लोगों को निर्माण शीघ्र पूरा कराने पर निर्देश दिया ।लेकिन करोड़ों के भुगतान को लेकर दो निर्माण एजेंसियों में ठन गई है और एक दूसरे के ऊपर शब्दो की तलवारे खींचती आ रही हैं । उधर अधिकारियों की नाराजगी बढ़ती जा रही है ।

मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य शासन ने राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड को सौंपी गई । राजकीय निर्माण निगम में टाटा लिमिटेड प्रोजेक्ट को काम टेन्डर पर कराने के लिए दिया  जिसके बाद टाटा ने बालाजी लिमिटेड प्रोजेक्ट लिमिटेड को काम कराने की जिम्मेदारी दे दी। बालाजी काम करवा रही थी, भुगतान न होने के चलते श्रमिकों ने काम बंद कर दिया । जिसके बाद टाटा व बालाजी में ठन गई है ,तनाव बढ़ता जा रहा है । दोनों कंपनियों के बीच करोड़ों के भुगतान को लेकर नोकझोंक होनी शुरू हो गई।
प्रमुख सचिव के निरीक्षण के बाद उनके निर्देश पर राजकीय निर्माण निगम ने टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड को ढाई करोड़ का बजट दिया। लेकिन टाटा ने उस बजट को बालाजी को नहीं दिया। जिसके चलते वह श्रमिकों को भुगतान नहीं कर सका और सभी ने काम बंद कर दिया।

  बालाजी का आरोप है कि इसके पूर्व इ सात  करोङ अतिरिक्त कार्य का बकाया भुगतान नहीं हुआ है । तीन करोङ  रनिंग बिलिंग में फसा है।  और तीन करोङ जीएसटी का रिफन्डेबल भुगतान नहीं हुआ । जिसके चलते काम श्रमिकों व सप्लायरो का  भुगतान नहीं हुआ ।काम बंद होने पर दोनों कंपनियों की मेडिकल कॉलेज परिसर में नोकझोंक तक की नौबत बन गई ।हालांकि अन्य अधिकारियों ने बीच-बचाव किया ।उधर मेडिकल कॉलेज का काम बंद होने से जिले से लेकर प्रदेश तक चर्चा का विषय बन चुका है।

वर्जन—
बजट दिया गया है टाटा व बालाजी की आपसी खींचतान है उन्हें निर्देशित किया गया है कि शीघ्र एक-दो दिन के अंदर निर्माण कार्य चालू हो जाना चाहिए। किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।शीघ्र कार्य  चालू हो जायेगा ।

पीएन सिंह
प्रोजेक्ट मैनेजर
राजकीय निर्माण निगम———————!

भुगतान न होने से श्रमिकों ने किया पांचवे दिन भी प्रदर्शन जारी

जौनपुर। उमानाथ सिंह स्वशासी राज्य  चिकित्सा महाविद्यालय सिद्धिकपुर के करीब ढाई सौ श्रमिकों का करोड़ों रुपया प्राश्रमिक भुगतान न होने से श्रमिकों ने चौथे दिन भी धरना-प्रदर्शन   किया। काम पूरी तरह से बंद रखा।

बता दें कि मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य में करीब ढाई सौ श्रमिक लगे लगाए गए हैं। जो प्रदेश विभिन्न प्रदेशों से आए हैं और उनका मजदूऱों का डेढ करोङ रुपए भुगतान नहीं किया गया है । जिसके चलते उन्हें दुकानदारों ने राशन उधार देना भी बंद कर दिया है। उन्हें खाने की समस्याएं हो गई हैं । जिसके चलते 4 दिन पूर्व से ही श्रमिकों ने काम बंद कर प्रदर्शन शुरू कर दिया है ।चौथे दिन भी श्रमिकों का प्रदर्शन जारी रहा और वह  परिसर मे घूम घूम कर नारेबाजी करते हुए भुगतान करने के लिए टाटा व बाला जी कार्यालय पर प्रदर्शन किया । भुगतान करने की मांग करते हुए श्रमिकों ने कहा कि अगर भुगतान नहीं हुआ तो मुफ्त में सड़क पर वह चक्का जाम करेंगे । जरूरत पड़ी जिला मुख्यालय तक प्रदर्शन करेंगे। मामले को जिला जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने इसे गंभीरता से लेते हुए निर्माण एजेंसियों को नोटिस जारी कर दिया।

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