ज्योतिबा राव फुले की 196 वीं जयंती मनाई गई

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ब्यूरो प्रमुख विश्व प्रकाश श्रीवास्तव

जौनपुर माली सैनी समाज द्वारा हर्षिता इंटरनेशनल दिव्यांग स्कूल बक्सा में 11 अप्रैल को महात्मा ज्योतिबा राव फुले की 196 वीं जयंती मनाई गई।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माली सैनी समाज के प्रदेश संयोजक एवं राष्ट्रीय सचिव पप्पू माली ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर सादर नमन किया। राष्ट्रीय सचिव ने सामाजिक उत्थान और शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि वह एक भारतीय समाजसुधारक, विचारक,समाजसेवी,लेखक, दार्शनिक तथा क्रान्तिकारी देशभक्त थे।महिलाओं व पिछडे और अछूतो के उत्थान के लिए इन्होंने अनेक कार्य किए।समाज के सभी वर्गो को शिक्षा प्रदान करने के ये प्रबल समथर्क थे।अपने हृदय के उद्गार व्यक्त करते हुए श्रीमाली ने बताया कि समाज में शैक्षिक उन्नयन महात्मा ज्योतिबा राव जैसे महापुरुषों के तप,त्याग और समाज सेवा के प्रति समर्पण तथा दृढ़ इच्छा शक्ति से संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माता एवं भारत रत्न बाबासाहेब डा.भीमराव अंबेडकर के द्वारा बनाए गए संविधान में निहित मौलिक अधिकार देश के नागरिकों को उन्हें सम्मान पूर्वक जीवन जीने का हक देते हैं।ऐसे महान पुरुषों और समाज सुधारकों के द्वारा लिखी गई पुस्तकों को घर- घर पहुंचाने की आवश्यकता है ताकि लोग उनकी शिक्षाओं को अमल में लाएं और अपने अधिकारों की रक्षा के लिए अपनी आवाज को बुलंद करें ।विशिष्ट अतिथि के रूप में अभिलाषा श्रीवास्तव ने संबोधित करते हुए कहा कि समाज में शिक्षा के बिना स्वस्थ लोकतंत्र की परिकल्पना करना असंभव है। दिव्यांग बच्चों की उन्नति और उत्थान के लिए किए जा रहे नेक कार्यों की जमकर सराहना की। अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रमोद माली ने कहा सबसे पिछड़े ,अत्यंत निर्धन और समाज में सबसे हाशिए पर रखे जाने वाले गरीबों के बच्चों को शिक्षित करना ही उनकी जयंती मनाने का मुख्य उद्देश्य है।उन्होंने कहा कि माली समाज ने दिव्यांग बच्चों के बीच जयंती मनाने के दृढ़ संकल्प ले लिया है। संचालन मनोज सैनी ने किया। मौके पर रामकुमार ,राजेश माली, संतोष सैनी, राजपाल सैनी, आचार्य रामलोचन, शीतला प्रसाद, मंगलेश सैनी, संतोष सैनी मीना मनोरमा संगीता आदि माली समाज के लोगों के साथ साथ अनिल जायसवाल ,गुरुदीन यादव आदि लोग उपस्थित रहे।

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