दिनभर की दौड़-भाग और काम के बाद थकान या पैरों में सूजन होना काफी सामान्य है पर अगर आपको अक्सर ये दिक्कत बनी रहती है तो सावधान हो जाने की भी आवश्यकता है। पैरों में बना रहने वाला सूजन कई स्थितियों में गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सूचक भी हो सकता है। कुछ अध्ययनों में यहां तक बताया गया है कि अक्सर पैरों में बनी रहने वाली सूजन की समस्या, हृदय रोग के गंभीर मामलों का संकेत भी हो सकती है। इस तरह की स्थितियों पर विशेष ध्यान देते रहने की आवश्यकता है।
डॉक्टर कहते हैं, पैरों विशेषकर एड़ी और तलवों में सूजन के कई कारण हो सकते हैं। यह किसी चोट के कारण होने वाली प्रतिक्रिया या फिर लाइफस्टाइल से संबंधित समस्याओं के कारण भी हो सकती है। पर कुछ स्थितियों में शरीर में रक्त के थक्के बनने के कारण भी इस तरह की सूजन देखी जाती रही है, जिसपर अगर ध्यान न दिया जाए तो इसके गंभीर दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं।
आइए पैरों में होने वाले सूजन और इसके कारणों के बारे में जानते हैं।
पैरों का सूजन कितना खतरनाक?
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, सूजन कितना गंभीर है और इसके क्या दुष्प्रभाव हो सकते हैं इसका अंदाजा लगाने के लिए पहले यह जानना आवश्यक है कि पैरों में सूजन किस वजह से है। कुछ स्थितियों में यह बहुत सामान्य शारीरिक प्रतिक्रिया के कारण जैसे गर्भावस्था, चोट-मोच या फिर दिन में अधिक चलने या देर तक खड़े रहने के कारण हो सकती है। पर अगर अक्सर ही ये दिक्कत बनी रहती है तो इसके कारणों का सही निदान किया जाना चाहिए। कुछ लोगों में हार्ट-किडनी जैसी बीमारियों की स्थिति में भी सूजन हो सकती है।
यदि सूजन खुद से कम नहीं होती है या यह बार-बार हो जा रही है, तो डॉक्टर से मिलकर इसके अंतर्निहित कारणों का पता लगाना आवश्यक हो जाता है।
किडनी की बीमारियों के कारण हो सकती है ये दिक्कत
किडनी की बीमारियों में इस अंग के ठीक से काम न कर पाने की स्थिति में अपशिष्टों को बाहर निकालने में कठिनाई हो सकती है। इस स्थिति में भी पैरों में सूजन के साथ बार-बार पेशाब आने, सांस लेने में कठिनाई, थकान, सीने में दर्द-दबाव जैसी दिक्कतें होती हैं। जिन लोगों को पहले से ही किडनी में बीमारी रही है उन्हें इन संकेतों पर गंभीरता से ध्यान देते रहना चाहिए।
कहीं यह हृदय रोगों के कारण तो नहीं
पैरों की सूजन, हृदय रोग या हार्ट फेलियर जैसी गंभीर समस्याओं का संकेत भी हो सकती है। हृदय में होने वाली समस्याओं के कारण यह रक्त को ठीक से पंप नहीं कर पाता है। इन स्थितियों में पैरों-टखनों में सूजन की दिक्कत हो सकती है। हृदय रोगों में इस लक्षण के साथ आपको सांस की तकलीफ, धड़कनों के बढ़ने जैसी दिक्कतें भी होने लगती है, जिसपर गंभीरता से ध्यान दिया जाना आवश्यक है।