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एनएसएस दिवस पर एलुमनी हुए एकजुट
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
लखनऊ। राष्ट्रीय सेवा योजना स्थापना दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश एनएसएस एलुमनी एसोसिएशन द्वारा श्री जय नारायण मिश्र पीजी कॉलेज (केकेसी) में एनएसएस पूर्व स्वयंसेवको के सम्मेलन का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विनोद चंद्रा द्वारा स्वामी विवेकानंद, महात्मा गांधी व मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया। उन्होंने कहा कि मुझे गर्व है कि एनएसएस के वालंटियर कॉलेज से निकलने के बाद एनजीओ के माध्यम से अथवा विभिन्न तरह के सामाजिक कार्य करके समाज में अपनी भूमिका निभा रहे हैं। इस महाविद्यालय से तीन राष्ट्रपति पुरस्कार एवं तीन राष्ट्रीय युवा पुरस्कार मिलना हम सबके लिए गौरव की बात है। हमें अपने इतिहास को बनाए रखना है और इसी तरह से समाज के बेहतर के लिए हमें कार्य करना है। सभी पूर्व स्वयंसेवकों का स्वागत एवं अभिनंदन करते हुए उनका आभार प्रकट किया। सर्वप्रथम एसोसिएशन के संरक्षक अंशुमालि शर्मा ने महाविद्यालय से जुड़े पूर्व एनएसएस स्वयंसेवकों का स्वागत एवं अभिनंदन किया एवं सभी को राष्ट्र सेवा के प्रति प्रेरित करते हुए कहा कि हम सभी को कम से कम सप्ताह में 02 घंटे सेवा कार्य अवश्य करना चाहिए। मुझे गर्व है कि मेरे स्वयंसेवक पूरे देश ही नहीं बल्कि अन्य देशों में भी राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से कार्य करके नाम रोशन कर रहे हैं। एलुमनी एसोसिएशन के माध्यम से सभी पूर्व स्वयंसेवक एकजुट होकर एक प्लेटफार्म पर जाकर काम कर पाएंगे। कार्यक्रम के संयोजक, महाविद्यालय के पूर्व छात्र एवं राष्ट्रपति द्वारा एनएसएस पुरस्कार से सम्मानित अजीत कुशवाहा ने कहा कि आज हम एनएसएस का 55 वां स्थापना दिवस मना रहे हैं। राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने व्यक्तित्व विकास के साथ-साथ सामाजिक सरोकारों में सदैव अपना योगदान दिया है। कई पूर्व स्वयंसेवक प्रशासनिक सेवा, एंटरप्रेन्योर, शिक्षा जगत, चिकित्सा स्वास्थ्य के साथ-साथ सामाजिक कार्य में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। उत्तर प्रदेश एनएसएस एलुमनी एशोसिएशन के माध्यम से प्रदेश भर के पूर्व स्वयंसेवक एक प्लेटफार्म पर आकर एक दूसरे से जुड़ेंगे और अपने अनुभव के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान निभाएंगे।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से भारतीय थल सेना में मेजर के पद को सुशोभित कर रहे 1994 बैच के स्वयंसेवक डॉ बिद्युत साहा ने कहा कि हमने जो एनएसएस कार्यक्रम के दौरान सीखा था वह आज भी हमारे जीवन में काम आ रहा है। जेवी जैन कॉलेज सहारनपुर की पूर्व कार्यक्रम अधिकारी डॉ नीलम गौड़ ने कहा कि वह 1992 में स्वयंसेविका थी तब से वह एक वालंटियर की तरह विभिन्न तरह के कार्य करती आई है।
कार्यक्रम में अलग-अलग जनपद से आए पूर्व स्वयंसेवको ने अपना परिचय देते हुए पुरानी यादों को ताजा किया और भविष्य में एकजुट होकर कुछ बेहतर कार्य करने की शपथ ली। इसी के साथ उत्तर प्रदेश एनएसएस एलुमिनी एसोसिएशन का शुभारंभ किया गया और सभी पूर्व स्वयंसेवकों को असोसिएशन के लोगो का प्रतीक चिन्ह भी प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सुनीता राठौर, बलवंत बारी, विजय राज श्रीवास्तव, बलवन्त सिंह, महर्षि विश्वविद्यालय के कार्यक्रम अधिकारी डॉ सपन आस्थाना, इस्लामिया कालेज के जमशेद किदवई सहित पूर्व छात्र पीयूष राज त्रिपाठी, सुग्रीव, मनोज वर्मा, विकास त्रिवेदी, मनोज चौरसिया, अर्चित मौर्य, विवेक राय व अन्य स्वयंसेवक उपस्थित रहे।