कलयुग में साक्षात भगवान है श्री गोवर्धन नाथ- स्वामी लक्ष्मणदास महाराज

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कलयुग में साक्षात भगवान है श्री गोवर्धन नाथ- स्वामी लक्ष्मणदास महाराज

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

लखनऊ। शाश्वत तिवारी
वरिष्ठ पत्रकार
सदस्य, मुख्य आयोजक मंडल ने बताया कि कृष्ण कृपा मिशन के तत्वावधान में लखनऊ उत्तर प्रदेश में आयोजित भागवत कथा के पांचवें दिन परम पूज्य श्रद्धेय प्रेम मूर्ति पूज्यपाद गुरुदेव स्वामी लक्ष्मण दास जी महाराज ने भक्तों को संबोधित करते हुए बताया इस कलयुग में प्रत्यक्ष देवता है श्री गोवर्धन नाथ, जिनके दर्शन परिक्रमा से मनुष्य की समस्त कामनाएं पूरी होती है।
भारत में दो प्रत्यक्ष देवता हैं, दक्षिण भारत में श्री तिरुपति बालाजी उत्तर भारत में श्री गोवर्धन नाथ। हम सभी सनातन धर्मावलंबियों को जीवन में एक बार से गोवर्धन नाथ की परिक्रमा अवश्य करनी चाहिए आप एक बार श्री गोवर्धन नाथ का दर्शन करके देखें परिक्रमा करके देखें कथा श्रवण करके देखें अगर आपकी समस्त कामनाएं पूर्ण ना हो तो बताइए।
गोवर्धन भगवान भगवान श्रीकृष्ण के वांग्मय स्वरूप हैं, अगर आप श्रद्धा से निष्ठा से गोवर्धन पहाड़ के किसी भी स्थान पर दर्शन करिए आपको ऐसा लगेगा जैसे साक्षात भगवान श्रीकृष्ण यहां खड़े हैं। इसी के साथ साथ महाराज जी ने भगवान श्री कृष्ण की बाल लीला की कथा को श्रवण कराया। भगवान श्री कृष्ण जिनका अवतार ही संतों की रक्षा भक्तों की रक्षा और दुष्टों के विनाश के लिए हुआ था। जिन्होंने मात्र 6 दिन की अवस्था में पूतना नाम की राक्षसी का वध किया फिर शकटाशुर, तृणावर्त ना जाने कितने राक्षसों का वध किया। वही भगवान श्रीकृष्ण ने ना जाने कितने संतों की कितने महापुरुषों की ऋषियों की रक्षा की, कहने का भाव है अगर आप भगवान श्री कृष्ण को श्रद्धा से पूजें तो काल भी आपका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा।
भागवत कथा में भगवान श्रीकृष्ण को दसवां ग्रह कहा गया है, यानी नौ ग्रहों के ऊपर भी अगर कोई सर्वोच्च है तो भगवान श्रीकृष्ण है। हम सब का जीवन सूर्य से लेकर राहु केतु तक कहीं ना कहीं किसी न किसी ग्रह के प्रभाव से परेशान है परंतु वैष्णव कहते हैं जो भगवान श्री कृष्ण की श्रद्धा भाव से पूजा करता है। उसे नौ ग्रह हमेशा आशीर्वाद प्रदान करते रहते हैं।
आप से देखिए भगवान श्री कृष्ण संपूर्ण जीवन संघर्ष में रहा परंतु फिर भी भगवान ने मानव जाति को संदेश देते हुए अपने जीवन से प्रेरणा दी किसी भी परिस्थिति में मनुष्य को घबराना नहीं चाहिए प्रत्येक क्षण अपने इष्ट और गुरु का स्मरण करते रहो जीवन आनंदित हो जाएगा।
आज की भागवत ने करवा चौथ के पावन पर्व होने के बावजूद भी सैकड़ो की संख्या में महिलाओं ने कथा में भाग लिया और कथा में निरंतर उत्साह बढ़ रहा है।
कल रास लीला का आयोजन है। भागवत कथा के 05वे दिन आज गोवर्धन पूजा और छप्पन भोग के खास मौके पर ब्रह्म समाज के अध्यक्ष सी.पी.अवस्थी, उपाध्यक्ष दुर्गेश पाण्डे, महामंत्री देवेंद्र शुक्ला, विजय त्रिपाठी, आर एस बाजपाई संतोष त्रिपाठी, मनीष सिंह, कामेंद्र सिंह, राजीव तिवारी “बाबा”, मिंटू सरदार के साथ कई महिला सदस्यों ने अपनी अहम भूमिका निभाई जिनमे रीता सिंह, पूनम सिंह, किरण पाण्डे, मधु झा, बबिता हवेलिया शामिल रही।

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