विलुप्त होती लोक कलाओं व विरासत को पोषित और संरक्षित करना मुख्य उद्देश्य:डॉ. महेन्द्र देव शिक्षा निदेशक

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विलुप्त होती लोक कलाओं व विरासत को पोषित और संरक्षित करना मुख्य उद्देश्य:डॉ. महेन्द्र देव शिक्षा निदेशक

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

लखनऊ। सेंट जोसेफ इंटर कॉलेज, रुचि खंड में राज्य स्तरीय कला उत्सव 2023 – 24 का उद्घाटन डॉ महेन्द्र देव , शिक्षा निदेशक , माध्यमिक शिक्षा, उत्तर प्रदेश द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से हुआ । मुख्य अतिथि ने अपने उदघाटन उदबोधन में राज्य भर से एकत्रित हुए प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों की कलात्मक प्रतिभा को पहचानना और उनको अपनी विधा में पारंगत बनाना है। इस कार्यक्रम के माध्यम से शोध संवर्धन एवं विलुप्त होती हुई लोक कलाओं व विरासत को पोषित और संरक्षित किया जा सकता है। उद्घाटन समारोह में सुरेंद्र कुमार तिवारी (अपर शिक्षा निदेशक,प्रयागराज ), विष्णु कांत पांडे (अपर राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा (माध्यमिक) उत्तर प्रदेश) शान्त्वना तिवारी (संयुक्त निदेशक, समग्र शिक्षा (माध्यमिक) उत्तर प्रदेश ), डा ० प्रदीप कुमार (संयुक्त शिक्षा निदेशक, षष्ठ मंडल, लखनऊ), राकेश कुमार (जिला विद्यालय निरीक्षक, लखनऊ), मनीषा द्विवेदी (सह निरीक्षक, आंग्ल भारतीय विद्यालय, उ० प्र ०) एवं अन्य विभागीय सदस्य उपस्थित थे।
शान्त्वना तिवारी संयुक्त निदेशक समग्र शिक्षा (माध्यमिक) उत्तर प्रदेश, लखनऊ ने अपने संबोधन में कला उत्सव की संक्षिप्त रूपरेखा बताई। कला के सभी रूपों (नृत्य, संगीत, नाटक और दृश्य कलाओं) की 10 विधाओं में 18 मंडलों पर आयोजित प्रतियोगिता में विद्यालयों (सभी बोर्ड ) की 2262 बालक , 4694 बालिकाओं , 34 दिव्यांग और 2234 सपोर्टिंग टीचर व मेंटर सम्मिलित हुए । मंडलों में से प्रत्येक विद्या में प्रथम स्थान प्राप्त 291 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। जिसमें 139 बालक व 152 बालिकाओं ने विविध विधाओं में अपनी कला का प्रदर्शन किया। प्रत्येक विधा में एक बालक एवं बालिका का चयन इस राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में किया गया । ये चयनित विजेता प्रतिभागी राष्ट्रीय कला उत्सव में प्रतिभाग करेंगे ।

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