ब्यूरो प्रमुख
विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
गुरू तेगबहादुर साहेब जी संत योद्धा थे : सतेंद्र अग्रहरि
जौनपुर भारत विकास परिषद शाखा ने गुरू तेगबहादुर साहेब की पुण्यतिथि सरस्वती शिशु मंदिर बारीनाथ जौनपुर मे छात्र-छात्राओ के बीच मनाया।भारत विकास परिषद जौनपुर शाखा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष व महापुरुष जयंती के प्रकल्प प्रमुख सतेंद्र अग्रहरि ने बताया कि
मुगल बादशाह औरंगजेब इस्लाम धर्म न अपनाने अपने जीवन का न्यौछावर कर ,हिन्दू धर्म की रक्षा के लिए ढाल बन गये।
हिंद दी चादर कहलाए जाने वाले सिक्खों के नौवें गुरु, गुरु तेगबहादुर साहेब जी ने हिन्दू धर्म और मानवता की रक्षा करते हुए हंसते-हंसते अपने प्राणों का बलिदान दे दिया।
उनकी शहादत पर भारत विकास परिषद जौनपुर हर साल शहीदी दिवस के रूप में याद करती है। उन्होंने आस्था, विश्वास और अधिकारों की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया इसलिए उन्हें सम्मान के साथ हिंद दी चादर भी कहा जाता है।कार्यक्रम मे उपस्थित रहे शाखाध्यक्ष शिवकुमार, दिलीप जायसवाल, शरद साहू,इंदु लाल,दिवाकर गुप्त, रामरतन सेठ,प्राचार्य ज्ञान दत्त,आचार्य गण रहे।कार्यक्रम का संचालन अतुल सिंह ने किया।