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मेगा सेल्फ हेल्प समूह के स्टाल पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का सम्मान केनरा बैंक के अंचल प्रमुख और महा प्रबंधक आलोक कुमार अग्रवाल ने किया
उ०प्र०राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा संचालित मेगा बैंक क्रेडिट लिंकेज
कार्यक्रम आयोजित
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
लखनऊ। अत्योदय के लक्ष्यों की प्राप्ति की दिशा में उत्तरप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन दिन प्रतिदिन प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप ग्रामीण क्षेत्र की दीदियो को संगठित करते हुए समावेशी विकास की दिशा में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। उक्त के क्रम में दिनांक 25 नवम्बर 2023 को उप मुख्यमंत्री जी, ग्राम्य विकास विभाग एवं समग्र ग्राम विकास, ग्रामीण अभियान्त्रिकी विभाग की अध्यक्षता में उ०प्र०राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा संचालित मेगा बैंक क्रेडिट लिंकेज कार्यक्रम का आयोजन इंदिरा गाँधी प्रतिष्ठान, लखनऊ के सभागार में किया गया।
मिशन निदेशक द्वारा सभी का स्वागत करते हुए मिशन की प्रमुख घटकों में प्रगति एवं स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को डिजिटल नवाचारों से जोड़ने सम्बन्धित विस्तृत प्रगति रिपोर्ट साझा करते हुए बताया गया कि आज के इस कार्यक्रम के माध्यम में 16 बैंकों द्वारा 44100 स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को कैश क्रेडिट लिंकेज धनराशि रु०50688 लाख प्रदान किया गया । आज के कार्यक्रम में 13 जनपदों से उपस्थित सभी 1550 स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को कैश क्रेडिट लिंकेज प्राप्त कर आजीविका के क्षेत्र में कदम बढ़ाने के लिए हार्दिक शुभकामनाएं उप मुख्यमंत्री द्वारा दी गयीं,
ग्राम्य विकास विभाग एवं समग्र ग्राम विकास, ग्रामीण अभियान्त्रिकी द्वारा मिशन के कार्यों की प्रशंसा करते हुए समबोधन में कहा कि माननीय यशश्वी प्रधानमंत्री जी के अन्त्योदय और सबका साथ सबका विकास की प्रेरणा एवं माननीय मुख्यमंत्री जी, उत्तर प्रदेश के सतत मार्गदर्शन एवं कुशल नेतृत्व में प्रदेश के 75 जनपदों के 826 विकास खण्डों मिशन के अंतर्गत 1.21 करोड़ से अधिक ग्रामीण क्षेत्र के परिवार की महिलाओ को कुल 8.72 लाख स्वयं सहायता समूहों, 62886 ग्राम संगठनो एवं 3044 संकुल स्तरीय संघो से आच्छादित किया गया है। कुल 620678 स्वयं सहायता समूहों को रिवॉल्विंग फण्ड (931 करोड़ रुपये) 454324 स्वयं सहायता समूहों को सामुदायिक निवेश निधि ( 4997.57 करोड़ रुपये) के माध्यम से आच्छादित किया जा चुका है एवं 4.45 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों को 4461 लाख रुपये का ऋण कम व्याज पर सुनिश्चित किया गया है। एक ग्राम पंचायत-एक बीसी सखी के अंतर्गत प्रदेश की सभी 57706 ग्राम पंचायतो में अभी तक 49860 बीसी सखी का प्रशिक्षण एवं प्रमाणीकरण किया जा चुका है जिसमे से 37068 बीसी सखी द्वारा कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है |जिसके अंतर्गत बीसी सखी द्वारा अब तक लगभग 51.06
करोड़ का लाभांश अर्जित किया गया। लखपति महिला कार्यक्रम अंतर्गत अभी तक मिशन के लक्ष्य के सापेक्ष 14% सदस्य लखपति बन गए है।
मिशन के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह की दीदियों द्वारा 1.52 करोड़ मास्क निर्माण, 1.51 करोड़ स्कूल ड्रेस निर्माण, बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी के माध्यम से 62840 महिला शेयर होल्डर्स के साथ बुंदेलखंड में प्रतिदिन 2.17 लाख किलो ग्राम दुग्ध का संग्रह 952 ग्राम पंचायतों से किया जा रहा है। बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी की तर्ज पर जनपद-बलिया, मिर्जापुर, सोनभद्र गाजीपुर, चंदौली के 700 ग्रामों में दुग्ध वैल्यू चैन की स्थापना की जा रही है जिसके अंतर्गत 3 वर्ष में 35000 दुग्ध उत्पादों को जोड़ना है एवं परियोजना का बजट 42.23 करोड़ का प्राविधान है। वर्तमान में 14095 महिला सदस्यों द्वारा 468 ग्रामों में प्रतिदिन लगभग 45000 लीटर दुग्ध का संग्रहण किया जा रहा है।
महिला सामर्थ्य योजना अंतर्गत अतर्गत पहली दुग्ध उत्पादक कंपनी सामर्थ्य मिल्क प्रोडूसर कंपनी का निर्माण किया गया, जिसका बजट 62.29 करोड़ है जिसमे जनपद-रायबरेली सुल्तानपुर प्रतापगढ़, अयोध्या, कानपूर नगर, अमेठी क 1500 से 75000 महिलाए लाभान्वित होंगी वर्तमान में कंपनी द्वारा 48500 महिला सदस्यों द्वारा 1040 ग्रामों से110000 लीटर दुग्ध का संग्रहण किया जा रहा है। महिला सामर्थ्य योजना अंतर्गत द्वित्तीय कम्पनी का निर्माण श्री बाबा गोरखनाथ कृपा मिल्क प्रोडूसर कंपनी का निर्माण किया गया जिसका बजट 34.44 करोड़ स्वीकृत है जिसके अंतर्गत जनपद-गोरखपुर, महाराजगंज, कुशीनगर एवं देवरिया हेतु 500 ग्रामों की 20000 महिलाये लाभन्वित होगी।
महिला सामर्थ्य योजना अंतर्गत तृतीय कम्पनी का निर्माण श्री सृजनी मिल्क प्रोडूसर कंपनी का निर्माण किया गया जिसका बजट 48.58 करोड़ स्वीकृत है जिसके अंतर्गत जनपद-पीलीभीत, बरेली, सीतापुर, लखीमपुर खीरी शाहजहाँपुर एवं रामपुर हेतु 800 ग्रामों की 32000 महिलाये लाभन्वित होंगी।
वैल्यू चैन अंतर्गत कृषि के क्षेत्र में झाँसी के 4 विकासखंडो एवं महोबा के 3 विकासखंडो में आगामी 3 वर्षों में 17 ४०६ महिला किसानो को फायदा पहुंचाया जाएगा अभी तक 6920 महिला किसानों को झलकारी बाई महिला प्रोडूसर कंपनी का सदस्य बनाया जा चुका है, इसका बजट 16.36 करोड़ का प्राविधान है।
जनपद बदायूं के 5 विकास खंडो में वैल्यू चैन परियोजना अंतर्गत बदायुनी महिला प्रोडूसर कंपनी का निर्माण किया गया। है आगामी 3 वर्षों में 14275 महिला किसानो को जोड़ने का लक्ष्य है अब तक ४३५१ महिला किसानों को कंपनी का सदस्य बनाया जा चुका है। ज़री जरदोज़ी हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के के लिए बदायूं जनपद में जरकता महिला हस्तशिल्प प्रोडूसर कंपनी का निर्माण किया गया है इसका बगत 6.71 करोड़ है अभी तक 250 महिला कारीगरों को कंपनी का सदस्य बनाते हुए प्रशिक्षण का कार्य किया जा चुका है।
772 विकासखंडो के 57264 स्वयं सहायता समूहों द्वारा ड्राई राशन की उपलब्धता 1,52,625 आगनवाडी केन्द्रों पर स्टार्टअप विलेज इंटरप्रयूनेरशिप प्रोग्राम के अंतर्गत कुल 25560 लघु उधमियों को सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों के द्वारा स्वः रोजगार उपलब्ध कराया जाना प्रमुख है। 204 विकास खंडो में स्वयं सहायता समूह की दीदियों के नेतृत्व में पुष्टाहार उत्पादन इकाई की स्थापना का कार्य तीव्र गति से चल रहा है। 200 इकाइयों में उत्पादन प्रारंभ किया जा चुका है साथ ही 204 प्लांटो को FSSAI लाइसेंस निर्गत किया जा चुका है। 250 करोड़ लागत मूल्य का 37,012 मैट्रिक टन पुटाहार का उत्पादन करते हुए आंगनवाडी केन्द्रों पर पहुंचाया जा चुका है।
महिला समूहों की सदस्यों द्वारा 503 वाहनों का आजीविका ग्रामीण एक्सप्रेस योजना के अंतर्गत सफल संचालन एवं उत्कृष्ट कार्य हेतु प्रदेश को राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने पर भारत सरकार द्वारा गोल्ड मेडल प्रदान किया जाना स्वयं सहायता समूह द्वारा 2305 उचित दर की दुकान का संचालन एवं प्रबंधन, पंचायती राज विभाग से अभिसरण के माध्यम से ग्राम स्तर पर सभी 826 विकास खंडो में 54218 ग्राम पंचायतों के सामुदायिक शौचालय का प्रबंधन समूह की महिलाओ द्वारा किया जा रहा है।
आज सम्पूर्ण देश में ग्राम्य विकास मंत्रालय भारत सरकार एवं ग्राम्य विकास विभाग, उत्तर प्रदेश के आपसी बेहतर
समन्वय, सहयोग मार्गदर्शन कुशल नेतृत्व त्वरित निर्णय की क्षमता, विभिन्न विभागीय कार्यक्रमों के माध्यम से संचालित अभिसरण से आजीविका संबर्धन की गतिविधियों में मिशन महत्वपूर्ण स्थान स्थापित कर चुका है। ग्रामीण विकास में प्रदेश की महिलाओं की भूमिका एवं सहभागी प्रवन्धन की सफल झलक के साथ मिशन आज विकास के हर क्षेत्र में सक्रिय सहभागिता के साथ अलग पहवान बना चुका है।
कार्यक्रम के अंत में संयुक्त मिशन निदेशक द्वारा बैंकों के प्रतिनिधि राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के प्रदेश, जनपद एवं विकास खंड स्तरीय अधिकारी समर्पित प्रोफेशनल स्टाफ, राज्य स्तरीय समर्पित प्रोफेशनल स्टाफ आदि को उनके गरिमामयी उपस्थित तथा प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप किये गाए प्रयासों का हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया।