पद्मश्री प्रोफेसर डॉक्टर नित्यानंद साहब (जन्म – 01 जनवरी 1925) के दुखद शोकपूर्ण देवलोकागमन से न केवल उत्तर प्रदेश ने अपितु भारतवर्ष ने अपने एक सच्चे कर्तव्यनिष्ठ देशभक्त सपूत को खो दिया है

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पद्मश्री प्रोफेसर डॉक्टर नित्यानंद साहब (जन्म – 01 जनवरी 1925) के दुखद शोकपूर्ण देवलोकागमन से न केवल उत्तर प्रदेश ने अपितु भारतवर्ष ने अपने एक सच्चे कर्तव्यनिष्ठ देशभक्त सपूत को खो दिया है

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

लखनऊ। दिनांक 27 जनवरी 2024 के प्रातः काल 8:00 बजे पद्मश्री प्रोफेसर डॉक्टर नित्यानंद साहब (जन्म – 01 जनवरी 1925) के दुखद शोकपूर्ण देवलोकागमन से न केवल उत्तर प्रदेश ने अपितु भारतवर्ष ने अपने एक सच्चे कर्तव्यनिष्ठ देशभक्त सपूत को खो दिया है।

डॉ० नित्यानंद की जीवनी _(संलग्न)_ एक जीवंत प्रेरणास्रोत तो है ही, साथ ही आगामी पीढ़ियों को हमेशा ऊर्जास्रोत, पथप्रदर्शन एवं मार्गदर्शन प्रदान करती रहेगी।

अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त चिकित्सा वैज्ञानिक प्रोफेसर नित्यानंद भारतीय फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री के भीष्म पितामह के रूप में प्रख्यात रहे हैं सदैव अपने बहुमूल्य व अतुलनीय योगदान के लिए देश को स्मरण रहेंगे।

डॉ० नित्यानंद, भारतीय दवा उद्योग की एकमात्र जननी संस्थान, विश्व विख्यात केंद्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान – सीडीआरआई – Central Drug Research Institute, India के नाम से लोकप्रिय) के संस्थापक निदेशकों में से रहे हैं।

वैज्ञानिक समुदाय में अब तक की ईजा़द इकलौती नॉन हार्मोनल, नों स्टेरॉयडल कांट्रेसेप्टिव पिल (गैर हार्मोनल, गैर स्टेरॉइडल गर्भनिरोधक गोली), *’सहेली’,* जिसे एक समय में नोबेल पुरस्कार से पुरस्कृत करने तक के लिए विचार किया जा रहा था, के जनक भी प्रोफेसर नित्यानंद ही थे। वर्तमान में यह औषधि *’छाया’* के नाम से राष्ट्रीय परिवार नियोजन कार्यक्रम (National family planning program) में भी अंगीकृत है।

परमपिता परमेश्वर डॉक्टर नित्यानंद की आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें, ऐसी मंगल कामनाओं के साथ,
ॐ शांति शांति शांति!🙏🏼

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