भारत हस्तशिल्प महोत्सव 2024 की सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित कर किया गया

Getting your Trinity Audio player ready...

भारत हस्तशिल्प महोत्सव 2024 की सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह और एन. बी. सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर किया

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

लखनऊ। प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट द्वारा काशीराम स्मृति उपवन आशियाना लखनऊ में चल रहे भारत हस्तशिल्प महोत्सव 2024 में जहां शानदार झूलों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, खाने पीने के अनेक व्यंजनों और जरूरत की हर सामान आए हुए दर्शकों को उचित दाम पर मिले रहौ हैं, वहीं उत्तर प्रदेश में पहली बार भारत हस्तशिल्प महोत्सव 2024 में फिश एक्वेरियम और फिश एक्वेरियम टनल पर सर्वाधिक भीड़ देखने को मिल रही है। एक से एक सुंदर,छोटी, रंगीन मछलियां, अद्भुत प्रकार की बड़ी मछलियां जिन्हें देखकर हर कोई रोमांचित हो रहा है, टनल के अंदर सेल्फी और रील बनाने की होड़ लगी रही।

भारत हस्तशिल्प महोत्सव 2024 में सांस्कृतिक मंच पर रमा साहित्यिक सामाजिक और सांस्कृतिक मंच लखनऊ द्वारा एक भव्य काव्य समारोह का आयोजन आचार्य ओम नीरज की अध्यक्षता में संस्था प्रमुख शीला वर्मा के संयोजन और श्वेता शुक्ला के संचालन में संपन्न हुआ। मुख्य अतिथि अस्थाना महेश प्रकाश और विशिष्ट अतिथि निवेदिता श्रीवास्तव निवी की उपस्थिति में दर्जन से अधिक कवियों ने अपने काव्य पाठ से श्रोताओं को मंत्र मुक्त किया। सभी आमंत्रित कवियों को साहित्य गौरव मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। कवियित्री ऋषि श्रीवास्तव ने युगीन व्यवस्था पर कटाक्ष किया। ‘रिश्तो में कोई प्रेम नहीं है’ से वरिष्ठ कवि महेश अस्थाना ने आपनी पंक्तियों पर वाह वाही लूटी। मंजू सक्सेना का ‘अभी आग़ाजे उल्फत है’, विजय कुमारी का ‘कहां जा रहे हो, कुछ बताते तो जाओ’, संपत्ति कुमार का ‘धन्य है जो वतन के लिए मर गए’, सच्चिदानंद तिवारी का ‘दिन में दिवाकर, रात हिमकर’, मनमोहन द्वारा ‘रिश्ते फेसबुक पर जहां’, भारती पायल द्वारा ‘ना बरसात ठीक से हो गई घर’ पंक्तियां सुन कर खूब तालियां बटोरी।

सुनिति रानी महिला कल्याण समिति जिसकी अध्यक्ष अर्चना शर्मा जो की एक समाज सेविका हैं ने छोटे छोटे बच्चों द्वारा कई प्रस्तुतियां भारत हस्तशिल्प महोत्सव 2024 में प्रस्तुत की। होली खेले मसाने में पर तेजस्विनी, इशिता, अरुला, खुशी, हर्ष ने; मेरी चौखट पर राम पर आराध्या; छोटा बच्चा जानकर पर कृष्णा, पुष्पांजलि, लक्ष्मी; देश रंगीला पर सोनिका, मोनिका, अनामिका, ज्योति, राधिका; मैया यशोदा पर जानवी, प्रतीक; जय श्री राम पर उदय, अभय, अरुण; सपने में राम पर साक्षी और लाडो; रंगीलो मारो ढोल पर नित्या; श्याम रोक ले पर काव्या ने शानदार डांस प्रस्तुत किया।

भारत हस्तशिल्प महोत्सव 2024 की सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह और एन. बी. सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर किया तथा महोत्सव में प्रिया पाल ने सभी कलाकारों को सर्टिफिकेट देकर सम्मान्तिन किया। कार्यक्रम का संचालन अरविंद सक्सेना ने किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *