रोड नहीं तो वोट नहीं नाराज़ ग्रामीणों ने जताया विरोध 

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ग्रामीणों ने नेताओं को बहिष्कार करने का लिया फैसला

दैनिक देश उपासना
क्राइम ब्यूरो धनंजय विश्वकर्मा

जौनपुर।

विकास खण्ड करंजाकला क्षेत्र के बरैयाकाज़ी गांव के ग्रामीणों ने चुनाव आते ही वोट का बहिष्कार प्रदर्शन किया। विकास की रौशनी से कोसों दूर है बरैयाकाजी गांव में सड़क पर बड़ा बड़ा गढ्ढा, जल जमाव, कीचड़ युक्त सड़क दुर्व्यवस्था होने से नाराज ग्रामीणों ने रोड नहीं तो वोट नहीं का विरोध प्रदर्शन कर नेताओं का बहिष्कार करने का फैसला लिया है।

लोकसभा का चुनाव में प्रचार प्रसार तमाम प्रकार की वादा नेताओं ने जोरों से प्रारम्भ कर दिया। चुनाव नज़दीक आते ही राजनैतिक पार्टियों के नेता अपने सहयोगियों के साथ क्षेत्र में काफिला सहित नाना प्रकार के वादा युक्त भाषण देना चालू हो गया है।
बरैयाकाजी गांव में आवागमन लोगों का बाधित हो गया है कीचड और जल जमा युक्त सड़क पर ग्रामीणों का घर से निकलना भारी पर गया। अगर घर से बाजार, विद्यालय, बारात आने जाने आदि दशाओं पर दस बार सोचना पड़ता है। अगर अतिआवस्यक कार्य है तो पहले जूता चप्पल हाथ में लेकर के आधा किलो मीटर दूर तक पैदल कीचड़ से गुजरना पड़ता है। इसके बाद किसी के नल पर सफाई करके आगे बढ़ते हैं। यह दशा लगभग 20 वर्ष से सभी स्थानी ग्रामीणों का है।
ग्रामवासियों का कहना है कि लगभग 20 वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बाद भी आज यह गांव की सड़क कीचड़ युक्त बना हुआ है। पूरा मामला मल्हनी विधानसभा क्षेत्र के बरैयाकाज़ी गांव में त्रिवेणी गुप्ता के घर से जिया मौर्या के घर तक लगभग 500 मीटर की दूरी तक की पक्की सड़क का है। जिसमें कई वर्षों से लगातार कीचड़ युक्त सड़क चर्चा में बना हुआ है। इस समस्या को लेकर के स्थानी लोगों ने जब- जब चुनाव प्रचार में नेता गांव में आए हैं, तब यह समस्या उनको दिखा करके अपनी पीड़ा को अवगत कराया । लेकिन आज तक समस्या का समाधान नहीं हो सका। आज भी लोग कीचड़ में रहने को मजबूर है। इसी गुस्से में बरैयाकाजी गांव के लोगों ने कहा कि इस लोक सभा चुनाव में पहले रोड बनेगा तभी वोट मिलेगा।


इस संबंध में जब ग्राम प्रधान राम सेवक गौतम से पूछा गया तो। उन्होंने कहा कि यह सड़क पी डब्लू डी के अंतर्गत आता है जो हमारे कार्यक्षेत्र में नहीं है। वर्षों से हमारे गांव के लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं। इस समस्या को हमने कई बार सांसद, विधायक, से भी कहा लेकिन आज तक कोई भी सुनवाई नहीं हो सका। केवल सब लोग वादा पे वादा देते गए। लेकिन वादा कोई नहीं निभाया। राम सेवक ने कहा कि हम इस समस्या को लेकर के पुर्व मंत्री स्व.पारस नाथ यादव से भी कहा था। तब भी कोई कार्य नहीं हुआ। फिर विधायक उनके लड़के लकी यादव से कहा। कोई फर्क नहीं पड़ा। जब इसका समाधान नहीं हो सका तब पूर्व सांसद धनंजय सिंह और सांसद श्याम सिंह से हम लोगों ने गुहार लगाई। मौके पर आकर के सभी लोगों ने समस्या को देख लेते हैं लेकिन आश्वासन देकर वापस लौट जाते हैं। अब फिर चुनाव नज़दीक आ गया है सभी दल के सहयोगी गांव में अपना – अपना प्रचार प्रसार कर रहे हैं। गांव वालों का कहना है कि रोड बनेगा तो वोट मिलेगा, इन बातों हम भी सहमत हैं। जहां हमारे गांव वालों की खुशी है उसी में मेरा भी है। मै अपने गांव वालों की पीड़ा को समझता हूं। यह सड़क की ऊंचाई कर दी जाए और ह्यूम पाईप लगा कर जल निकासी हो जाए जिसे हमारा गांव खुशहाल हो जायेगा।
इस समस्या को लेकर के फूलचंद यादव, बैजनाथ मौर्य, ननकू यादव, लालचंद यादव, दयाराम यादव, रामसेवक गुप्ता, मनोज गुप्ता, श्रीनाथ मौर्य, त्रिभुवन विश्वकर्मा, सुभाष गुप्ता, मनभावती देवी, सदरून निशा, उर्मिला गुप्ता, मधुबाला, लीलावती, रीमा फरजाना, रामसूरत गुप्ता उर्मिला आदि लोगों ने नेताओं का विरोध जताया और कहां की हम उन्हीं को वोट देंगे जो मेरा रास्ता सुगम बनाएगा।

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