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राष्ट्रीय सेवा योजना के विशेष शिविर के तृतीय दिवस “जल संरक्षण ” कार्यक्रम आयोजित
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
लखनऊ। राष्ट्रीय सेवा योजना, भारत सरकार युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, नई दिल्ली के तत्वाधान में महर्षि यूनिवर्सिटी ऑफ इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी, लखनऊ के राष्ट्रीय सेवा योजना के दोनों इकाइयों द्वारा अल्लूनगर डिगुरिया ग्राम में चल रहे विशेष शिविर के तृतीय दिवस स्वयंसेवकों ने जल संरक्षण हेतु ग्रामीणों को प्रेरित किया। स्वयंसेवकों ने ग्रामीणों को जल संरक्षण के विविध तकनीकि से अवगत कराया एवं जल संरक्षण को लेकर जन जागरुकता रैली भी निकाली। डॉ. सपन अस्थाना, कार्यक्रम अधिकारी, राष्ट्रीय सेवा योजना, इकाई -01 ने स्वयंसेवकों को बताया कि *”जल है तो कल है”*, जल की एक -एक बूंद अमूल्य है। जल को व्यर्थ नहीं करना चाहिए, ग्रामीण अंचल में विभिन्न जल के स्त्रोतों को ग्रामीण अतिक्रमण कर ले रहे हैं। जिससे आने वाले समय में विविध चुनौतियां जन्म लेंगी, इसलिए प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह जल के स्त्रोतों का संरक्षण करें। स्वयंसेवकों ने ग्रामीणों को अनावश्यक जल के बहाव को रोकने, जल जमाव को दूर करने की अपील की, जिससे ग्रामीण स्वस्थ एवं स्वच्छ रह सके। शिविर के बौद्धिक सत्र में राम प्रकाश दीक्षित, कार्यक्रम अधिकारी, इकाई -02 ने स्वयंसेवकों को जल संरक्षण पर स्लोगन एवं वक्तव्य हेतु आमंत्रित किया एवं उनका उत्साहवर्धन किया। विशेष शिविर के तृतीय दिन स्वयंसेवकों ने अरिहंत -2024 के उद्घाटन सत्र में प्रतिभाग कर खेलों के महत्व को जाना। विश्वविद्यालय के कुलपति – प्रो. भानू प्रताप सिंह ने स्वयंसेवकों को सदैव विविध सामाजिक कार्य करने हेतु प्रेरित किया। शिविर के तृतीय दिन स्वयंसेवकों में जल के संरक्षण एवं पर्यावरण संरक्षण पर अपने विचार भी प्रस्तुत किए। डॉ. नीरज जैन, डॉ. गिरीश छिमवाल, डॉ . विजय श्रीवास्तव एवं राजेश सिंह ने स्वयंसेवकों को बधाई प्रस्तुत करते हुए कहा कि स्वयंसेवकों द्वारा सराहनीय कार्य किया जा रहा है।