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विद्यालय मनुष्य के निर्माण की कार्यशाला है:उमाशंकर मिश्र
ब्यूरो चीफ आर एल पांडेय
लखनऊ। हरदोई जनपद के पं बाबूराम त्रिवेदी सरस्वती शिशु मंदिर अल्लीपुर में विद्याभारती द्वारा आयोजित नवीन आचार्य प्रशिक्षण दिवस के षष्ठ दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में जिला पंचायत हरदोई अध्यक्षा प्रेमावती व क्षेत्रीय बालिका शिक्षा प्रमुख निराला नगर लखनऊ उमाशंकर मिश्र उपस्थित रहे।
जनपद के पं बाबूराम त्रिवेदी सरस्वती शिशु मंदिर अल्लीपुर में बुधवार को विद्याभारती द्वारा आयोजित नवीन आचार्य प्रशिक्षण दिवस के षष्ठ दिवस पर मुख्य अतिथियों का नवीन आचार्या वाहनों के द्वारा मुख्य अतिथियों का तिलक बंधन लगाकर स्वागत किया गया। उसके उपरांत मुख्य अतिथियों के द्वारा मां सरस्वती जी की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्जवलन व पुष्पार्चन किया गया तथा वंदना का कार्यक्रम हुआ। मंच संचालन श्रावस्ती संभाग कैलाश वर्मा के द्वारा किया गया तथा आये हुए मुख्य अतिथियों का परिचय लखनऊ संभाग के संभाग निरीक्षक श्याममनोहर शुक्ल के द्वारा किया गया।वंदना कार्यक्रम के पश्चात जिला पंचायत हरदोई अध्यक्षा प्रेमावती का स्वागत शिशु वाटिका प्रभारी लखीमपुर जनपद कुसुम के द्वारा किया गया। क्षेत्रीय बालिका शिक्षा प्रमुख उमाशंकर का स्वागत सह मंत्री जन शिक्षा समिति कौशल किशोर वर्मा ने किया।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र पर क्षेत्रीय बालिका शिक्षा प्रमुख निराला नगर लखनऊ उमाशंकर मिश्र के विद्यालय में आचार्य की भूमिका पर विस्तृत चर्चा की गई तथा वताया गया। विद्यालय मनुष्य के निर्माण की कार्यशाला है। आचार्य अपने आचरण से मनुष्य का निर्माण करता है।
द्वितीय सत्र में आचार्य सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज पाली आचार्य आशुतोष तिवारी ने क्रिया आधारित अंग्रेजी शिक्षण पर विस्तृत चर्चा की गई। आचार्य मैगलगंज सचिन अवस्थी के द्वारा गणित विषय पर चर्चा की गई। चतुर्थ सत्र श्रावस्ती संभाग कैलाश वर्मा के द्वारा प्रश्न पत्र निर्माण पर विस्तृत चर्चा की गई। शारीरिक का सत्र हुआ जो जिसमे मुख्य शिक्षक प्रांतीय शारीरिक प्रमुख के द्वारा ओम प्रकाश के द्वारा विधिवत शिक्षण कार्य हुआ।
इस मौके पर मुख्य रूप से प्रदेश निरीक्षक मिथिलेश अवस्थी, उपाध्यक्ष उच्च शिक्षा विद्या भारती शीर्षेन्दुशील त्रिवेदी विपिन, सीतापुर संभाग निरीक्षक रणवीर सिंह, साकेत संभाग मिथिलेश सिंह, प्रांतीय प्रशिक्षण प्रमुख देवेंद्र पाल सिंह व्यवस्था के आचार्य तथा नवीन आचार्य प्रशिक्षार्थी मौजदू रहे।