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एनआईआरएफ रैंकिंग ( NIRF RANKING) में बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय पिछले वर्ष से 11 कदम आगे, देश में 58 वें स्थान पर
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
लखनऊ। बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय ने नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क ( NIRF RANKING ) में पूरे देश में 58 रैंक हासिल की है जोकि पिछले साल से 11 रैंक ऊपर है, वहीं विश्वविद्यालय श्रेणी में 33वां स्थान प्राप्त हुआ है, जोकि पिछ्ले वर्ष 42 थी। विश्वविद्यालय द्वारा यह सफलता माननीय कुलपति प्रो. एन. एम. पी. वर्मा के दिशा-निर्देशन में हासिल की गयी है। इसके अतिरिक्त लॉ के श्रेणी में विश्वविद्यालय ने 10वीं , फार्मेसी की श्रेणी में 21वीं, मैनेजमेंट की श्रेणी में 86वीं व ओवरऑल श्रेणी में 58वीं रैंक हासिल की है।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एन. एम. पी. वर्मा ने सभी को बधाई देते हुए कहा कि यह सफलता समस्त विश्वविद्यालय परिवार के अथक एवं सामूहिक प्रयासों का परिणाम है। पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष विश्वविद्यालय ने बेहतर परिणामों के साथ नयी सफलता को छुआ है। विश्वविद्यालय द्वारा शिक्षण, लर्निंग एंड रिसोर्सेज, रिसर्च एंड प्रोफेशनल प्रैक्टिस एवं आउटरीच आदि के क्षेत्र में और भी बेहतर कार्य करने का प्रयास किया जायेगा। जिससे भविष्य में विश्वविद्यालय सफलता के और भी बेहतरीन आयामों को छुये और यहां के विद्यार्थी वैश्विक स्तर पर विश्वविद्यालय का नाम रोशन करें
इस अवसर पर विभिन्न संकायों के संकायाध्यक्षों, विभागाध्यक्षों, शिक्षकों, गैर – शिक्षण कर्मचारियों, शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों ने माननीय कुलपति एवं एक- दूसरे को बधाई दी और इस सफलता को विश्वविद्यालय के लिए गौरव का विषय बताया।
भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा स्थापित राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (National Institution Ranking Framework- NIRF) शिक्षण संस्थानों को प्रत्येक वर्ष विभिन्न श्रेणियों में रैंकिंग जारी करता है। यह रैंकिंग टीचिंग एंड लर्निंग, रिसर्च एंड प्रोफेशनल प्रैक्टिस, आउटरीच एंड इंक्लुसीवीटी, ग्रेजुएशन आउटकम, पर्सेप्शन आदि पैरामीटर्स के आधार पर निर्धारित की जाती है। यह रैंकिंग राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शैक्षणिक संस्थानों की छवि का निर्माण करने का कार्य करती है। NIRF रैंकिंग किसी भी शिक्षण संस्थान में शिक्षा की गुणवत्ता और संस्थान की सार्वजनिक जवाबदेही को बेहतर बनाने का एक प्रयास है, जो डिग्री कार्यक्रमों और पाठ्यक्रमों में विश्वसनीयता जोड़ती है। दूसरी ओर यह शिक्षा कार्यक्रमों के लिए मानक तय करता है तथा विद्यार्थियों को सूचित निर्णय लेने में मदद करता है।