महिला चिकित्सक से क्रूरता कर, किया मानवता का हद पार। हैवानियत करने वाले अपराधीयो को फांसी दो। डॉ.सौरभ सिंह
वाराणसी:
पत्रकार धनंजय विश्वकर्मा
कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में ड्यूटी के दौरान जूनियर महिला चिकित्सक के साथ हुई क्रूरता और समर्थन में धरना देने वाले चिकित्सकों के ऊपर हमले से भड़का चिकित्सकों का आक्रोश अब आक्रामक हो गया है। इसका असर वाराणसी के छाया सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल जनसा में भी देखने को मिला है।
कोलकाता में प्रशिक्षु महिला चिकित्सक के साथ हुई हैवानियत को लेकर देश के लगभग हर हिस्सों में चिकित्सकों की हड़ताल काफी उग्र हो गयी है। महिला रेजिडेंट के साथ दुष्कर्म व हत्या की जघन्य घटना को लेकर पूरे देश में आंदोलन हो रहा है। इसका असर वाराणसी में भी देखने को मिल रहा है।प्रदेश के लगभग हर जिले में प्रदर्शन जारी है और डॉक्टरों में आक्रोश व्याप्त है। यहां जूनियर ही नहीं सीनियर, वरिष्ठ चिकित्सकों के साथ विभागाध्यक्ष तथा प्रशिक्षु चिकित्सक भी शनिवार को लामबंद हो था।
आज भी लखनऊ, अयोध्या, कानपुर, वाराणसी समेत लगभग हर जिले में चिकित्सक हड़ताल पर हैं और जमकर नारेबाजी जारी है। वहीं आईएमए ( इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) के आवाहन पर कई जिलों में शनिवार को जिला अस्पतालों के डॉक्टरों ने इमरजेंसी व पोस्टमार्टम सेवाओं के अलावा ओपीडी सहित अन्य स्वास्थ्य सेवाओं को बंद रहीं।
चिकित्सकों को भयमुक्त परिवेश प्रदान करने की मांग
छाया सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल के डॉ.सौरभ सिंह ने बताया कि कोलकाता की घटना से पूरा राष्ट्र शर्मसार है। चिकित्सक वर्ग इस तरह के घटित अपराधों से भय के माहौल में कार्य कर रहा है।इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने व देश भर के चिकित्सकों को भयमुक्त परिवेश प्रदान करने की मांग को लेकर भारतीय चिकित्सा संघ (आइएमए) पूरे देश में आंदोलन शुरू कर रहा है।शनिवार की सुबह छह बजे से लेकर 18 अगस्त यानि रविवार की सुबह छह बजे तक सभी ओपीडी चिकित्सा सेवाएं एवम जांच केंद्र बंद थीं। जबकि आपातकालीन सेवा हॉस्पिटल में जारी रहें। मौके में डॉ.गौरव सिंह व डॉ. नीती मौर्या व डॉ.उषा मौर्या व डॉ. तेजस्वी गुप्ता व डॉ. पुष्पेन्द्र कुमार व डॉ. वैभव सिंह, अचल राय सहित स्टाप मौजूद रहे।