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23 अगस्त- श्रीरामचरितमानस की भाव सहित चौपाई
नमो राघवाय 🙏
राम सप्रेम कहेउ मुनि पाहीं ।
नाथ कहिअ हम केहि मग जाहीं
मुनि मन बिहसि राम सन कहहीं
सुगम सकल मग तुम्ह कहुँ अहहीं
( अयोध्याकाण्ड 108/1)
राम राम 🙏🙏
वन जाते हुए राम जी भरतद्वाज मुनि के आश्रम आते हैं । एक दिन विश्राम कर वे अगले दिन आगे चलते हैं , चलते समय वे मुनि से वन जाने का मार्ग पूछते हैं , मुनि जी प्रसन्न मन से कहते हैं कि राम ! आपके लिए सारे मार्ग सुगम हैं , आप किसी भी मार्ग से जाइए ।
राम जी के लिए सारे मार्ग सुगम हैं , इसीतरह जो भी राम जी का अनुसरण करता है उसके लिए जगत के बंद पड़े सारे मार्ग खुल जाते हैं । जो कुछ भी अगम है वह सुगम हो जाता है । अत: राम अनुगमन करें, राम पथ पर चलें । अथ ! राम राम जय राम राम 🚩🚩🚩
संकलन तरूण जी लखनऊ