श्रीरामचरितमानस की भाव सहित चौपाई

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4 अक्टूबर – श्रीरामचरितमानस की भाव सहित चौपाई
नमो राघवाय 🙏

रामचरितमानस मुनि भावन ।
बिरचेउ संभु सुहावन पावन ।।
त्रिविध दोष दुख दारिद दावन, कलि कुचालि कुलि कलुष नसावन ।।
( बालकांड 34/5)
राम राम🙏🙏
तुलसी बाबा कहते हैं कि रामचरितमानस मुनियों को प्रिय है , इस सुहावने और पावन मानस की रचना शिव जी ने की है । यह तीनों प्रकार के दोषों, दुखों, दरिद्रता तथा कलियुग के कुचालों और सब पापों का नाश करने वाला है ।
भगवान अपनी हर रचना जगत के कल्याण के लिए करते हैं । शिव जी द्वारा रचित यह पावन रामचरित हमें दोष मुक्त , दुख मुक्त और पाप मुक्त करता है । इन तीनों दुर्गुणों से मुक्त जीव आनंद में वास करता है । अस्तु इस कलिकाल में रामचरित का श्रवण व पालन आपके जीवन को अमृतमय बना देगा । अतएव! जय जय राम चरित , जय सियाराम चरित 🚩🚩🚩
संकलन तरूण जी लखनऊ

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