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रघुवर रामलीला में हुआ श्री राम द्वारा धनुष तोड़ने की लीला का मंचन
बागपत, उत्तर प्रदेश। विवेक जैन। बागपत नगर में चली रही श्री रघुवर रामलीला में श्री राम द्वारा धनुष तोड़ने की लीला का भव्य मंचन किया गया। रामलीला के अध्यक्ष संजय रुहेला ने बताया कि आज की रामलीला के प्रारम्भ में राजा जनक ने सीता को भगवान शिव का भारी धनुष सहज हीे एक स्थान से दूसरे स्थान पर रखते देखा। राजा जनक ने सीता के इस अद्धभुत कार्य को देखते हुए घोषणा की कि जो भी राजकुमार इस शिव धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाएगा उसी के साथ वे सीता का विवाह करेंगे। इसके बाद रावण बाणासुर के मध्य संवाद का सुन्दर मंचन हुआ जिसने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। इसके बाद सीता जी का स्वयंवर शुरू हुआ। स्वयंवर में देश-विदेश के राजाओं ने धनुष उठाने का भरसक प्रयास किया लेकिन वे सफल नही हुए। इस पर राजा जनक निराश होते है और सभा में बैठे राजाओं की वीरता पर प्रश्न उठाते है। राजा जनक के द्वारा बोले गये शब्दों से लक्ष्मण क्रोधित होते है और रघुकुल और राम की शक्ति से सभा को अवगत कराते है। इसके उपरान्त महर्षि विश्वामित्र से आज्ञा लेकर श्रीराम धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाते है। प्रत्यंचा चढ़ाते ही धनुष टूट जाता है। इसके उपरान्त लक्ष्मण और भगवान परशुराम के बीच हुई तीखी नोकझोंक का रामलीला के कलाकारों द्वारा भव्य मंचन किया गया। धनुष के टूटने पर रोहतास गुप्ता परिवार द्वारा रंगारंग आतिशबाजी की गई। इस अवसर पर रामलीला के अध्यक्ष संजय रुहेला, मोंटी चौहान, महेश जोंटी, सुजीत लखेरा, संजय फौजदार, महेश शर्मा, सोनू प्रधान, बॉबी नमकीन, सतीश राधे, राजेश गुलयानी, सीताराम, अमित अग्रवाल, लवी जैन, विनोद गुप्ता, विशाल गुप्ता, कन्हैया, संजय वर्मा, कालु फौजदार, शोकी हलवाही, राजपाल चौधरी, प्रेम गुलयानी, नरेश नमकीन वालों सहित सैकड़ों दर्शक मौजूद थे।