Getting your Trinity Audio player ready...
|
जौनपुरः शहर के प्रतिष्ठित व प्राचीनतम महाविद्यालय राजा श्रीकृष्ण दत्त पी0जी0 कालेज, जौनपुर में स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ आजादी की अमृत महोत्सव के रूप में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का प्रारम्भ महाविद्यालय के प्राचार्य कैप्टन (डाॅ0) अखिलेश्वर शुक्ला द्वारा झंडारोहण के साथ किया गया। तत्पश्चात राष्ट्रगान और स्वतंत्रता संग्राम के अमर बलिदानियों को याद किया गया। प्राचार्य जी द्वारा महाविद्यालय के संस्थापक स्व0 राजा यादवेन्द्र दत्त दूबे जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्वांजलि अर्पित की गयी तथा पं0 रजनीकांत द्विवेदी के मंत्रोच्चार के साथ शिलाओं द्वारा नवनिर्मित मुख्य मार्ग से लगे हुए महाविद्यालय की नवीन प्रवेश द्वार का स्वास्तिक विधि से पूजन-अर्चन के साथ अनावरण किया गया। 62 वर्ष पूर्व जब महाविद्यालय की स्थापना हुई थी, मुख्य मार्ग से लगा हुआ महाविद्यालय का एक प्रवेश द्वार हुआ करता था। 30-35 वर्षो से किन्हीं कारणो द्वारा यह द्वार नहीं रहा। मुख्य द्वार के न रहने के कारण बाहर से आने वाले प्रतियोगी छात्र/छात्राओं, शिक्षकों एवं अभिभावकों को महाविद्यालय परिसर में पहुचने में काफी पूछताछ करनी पड़ती थी। यह नवीन प्रवेश द्वार आसानी से महाविद्यालय पहुचने में सहायक सिद्ध होगा।
मुख्य कार्यक्रम महाविद्यालय के हाल में सम्पन्न हुआ जिसमें प्राचार्य जी द्वारा उच्च शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी संदेश को सभी प्राध्यापकों व कर्मचारियों के समक्ष पढ़कर उसके निहितार्थ को बताया गया। विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित आनलाइन राष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र/छात्राओं को प्राचार्य जी द्वारा प्रमाण-पत्र, ट्राफी व गिफ्ट प्रदान कर सम्मानित किया गया। कोविड-19 लाकडाउन के दौरान महाविद्यालय की विभिन्न आनलाइन गतिविधियों तथा वेबसाइट के निर्माण हेतु महाविद्यालय के तकनीकि प्रकोष्ठ के प्राध्यापकों (डाॅ0 आशीष कुमार शुक्ला, डाॅ0 गगनप्रीत कौर, श्री अनिल कुमार मौर्य, श्री धर्मवीर सिंह एवं श्री विवेक कुमार), मानव सम्पदा पोर्टल पर सर्विस बुक की फीडिंग करने में उत्कृष्ट योगदान हेतु श्री नीशिथ सिंह, व श्री अविनाश मिश्रा एवं महाविद्यालय में उत्कृष्ट कार्य करने वाले वरिष्ठ लिपिक श्री ओमप्रकाश व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी श्री विनय हलवाई को प्रशस्ति प्रत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
प्राचार्य जी ने अपने उद्बोधन में सभी प्राध्यापकों, कर्मचारियों एवं छात्र/छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि हम सभी को पुनः विश्वगुरू की छवि और सोने की चिड़िया वाला देश का निर्माण करने हेतु अपना सर्वोत्तम देना चाहिए। अपने उद्बोधन में प्राचार्य जी ने थ्री एम फार्मूले ( muscle, money and mental power) को सुझाया जिसका अर्थ है,यदि कोई अपने उर्जा, धन एवं विवेक का सदुपयोग करें तो वह सदैव सफल रहेगा तथा राष्ट्र के प्रति अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है।
इस अवसर पर डाॅ0 मयानन्द उपाध्याय, डाॅ0 अवधेश कुमार द्विवेदी, डाॅ0 ज्योत्सना श्रीवास्तव, डाॅ0 अभय प्रताप सिंह, डाॅ0 अनामिका सिंह, डाॅ0 श्यामसुन्दर उपाध्याय, डाॅ0 रजनीकांत द्विवेदी, डाॅ0 विजय प्रताप तिवारी, डाॅ0 मनोज कुमार तिवारी, सुधाकर शुक्ला, सुधाकर मौर्य (लेखाकर), संजय कुमार सिंह ( कार्यालय अधीक्षक) सहित समस्त महाविद्यालय परिवार उपस्थित रहा।
कार्यक्रम का धन्यवाद मुख्य अनुशास्ता डाॅ0 सुधा सिंह एवं संचालन डाॅ0 सुनीता गुप्ता ने किया।