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थाना कृष्णानगर, क्राइम टीम पुलिस उपायुक्त दक्षिणी,अपराध शाखा पुलिस आयुक्त लखनऊ की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा थाना कृष्णानगर पर पंजीकृत असं0 446/2023 धारा 302 भादवि का सफल अनावरण, गिरफ्तारी व बरामदगी के संबंध में डीसीपी विनीत जायसवाल ने की प्रेसवार्ता
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
लखनऊ। पुलिस आयुक्त एसबी शिरडकर कमिश्ररेट-लखनऊ के निर्देशानुसार विनीत जायसवाल पुलिस उपायुक्त दक्षिणी लखनऊ के मार्गदर्शन में व शशांक सिंह अपर पुलिस उपायुक्त दक्षिणी जोन कमिश्नरेट लखनऊ एवं विनय कुमार द्विवेदी सहायक पुलिस आयुक्त कृष्णानगर कमिश्ररेट लखनऊ के नेतृत्व में अपराध शाखा पुलिस आयुक्त लखनऊ, क्राइम टीम पुलिस उपायुक्त दक्षिणी एवं थाना कृष्णानगर पुलिस की संयुक्त पुलिस टीम द्वारामु0अ0सं0 446/2023धारा 302 भादवि के अभियोग का सफल अनावरण करते हुये 02 नफर शातिर अभियुक्त/ अभियुक्ता देवेंद्र कुमार वर्मा (मुख्य आरोपी) पुत्र तारा चन्द्र वर्मा निवासी 24/166 जयप्रकाश नारायण नगर प्रारानारायण रोड थाना हजरतगंज लखनऊ उम्र करीब 35 वर्ष 2. भावना सिंह (सह अभियुक्ता) पत्नी सतीश कुमार सिंह (मृतक) पुत्री तारा चन्द्र वर्मा निवासनी मानसनगर, इन्द्रलोक थाना कृष्णानगर, लखनऊ गिरफ्तार कर अभियुक्तगणों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त 01 अदद तमंचा 315 बोर, 01 अदद खोखा तमंचे में फसा हुआ, 01 अदद पिस्टल .32 बोर, 01 अदद साइकिल घटना के दिन पहने हुये कपडे, 01 जोड़ी जूते, घटना में इस्तेमाल मोबाइल फोन बरामद किया गया उपरोक्त मुकदमे में धारा 34 भादवि व 3/25 आर्म्स एक्ट की बढ़ोत्तरी कर नियमानुसार विधिक कार्यवाही की जा रही है।
घटना का संक्षिप्त विवरण बताते हुए पुलिस ने कहा कि
दिनांक 12/13.11.2023 को देर रात्रि को थाना
कृष्णानगर पर सूचना प्राप्त हुयी कि सतीश कुमार सिंह नाम के व्यक्ति को उसके घर के गेट के बाहर किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा गोली मार कर घायल कर दिया
है। इस सूचना पर तत्काल पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचकर घायल व्यक्ति को लोकबन्धु अस्पताल ले जाया गया। जहां पर डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित कर दिया गया। तत्काल फॉरेंसिक टीम को मौके पर बुला कर साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की गयी। उच्चाधिकारियों द्वारा भी मौका मुआयना कर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। शव के पंचायतनामा की कार्यवाही करते हुये पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक को 05 गोली लगने से मृत्यु का होना पाया गया। मृतक के भाई अजीत कुमार सिंह की लिखित तहरीर के आधार पर थाना कृष्णानगर पर मु0अ0सं0 446/2023 धारा 302 भादवि अज्ञात के विरूद्ध पंजीकृत किया गया। वादी द्वारा थाना कृष्णानगर पर दी गयी लिखित तहरीर के आधार पर मु0अ0सं0 446/2023 धारा 302 भादवि पंजीकृत किया गया।
पुलिस की कार्यवाही के बारे में पुलिस ने बताया कि
अत्यन्त गंभीरता से लेते हुए पुलिस उपायुक्त दक्षिणी द्वारा कुल 05 टीमों का गठन किया गया। जिसमें सहायक पुलिस आयुक्त कृष्णानगर के निकट पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक कृष्णानगर व क्राइम टीम पुलिस उपायुक्त जोन दक्षिणी, अपराध शाखा पुलिस आयुक्त लखनऊ की टीम को भी लगाया गया।इन टीमों द्वारा घटनास्थल के आसपास के कैमरे चेक किये गये तो घटना के तुरन्त बाद काली हुड़ी, कैप व मास्क लगाये हुए साईकिल पर एक संदिग्ध व्यक्ति जाता हुआ नजर आया जिसका सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से पीछा किया गया तो कुछ दूर चलने के बाद संदिग्ध द्वारा विजयनगर चौकी से पहले कपडे बदलकर हुलिया बदल लिया गया जिससे टीमों का शक संदिग्ध पर और गहरा गया। लगातार पीछा करने पर पाया गया कि संदिग्ध व्यक्ति नक्खास की ओर से चरक चौराहे की ओर साइकिल से आता हुआ दिख रहा है लेकिन संदिग्ध व्यक्ति द्वारा चरक चौराहे पर पहुंचने से पहले ही एक गली में साइकिल को छोड़ दिया और चरक चौराहे की ओर पैदल बढ़ा और चरक चौराहे से समय सुबह करीब 03:20 बजे एक ई-रिक्शा में बैठकर मेडिकल कॉलेज चौराहे की ओर पुनः स्थानीय सीसीटीवी कैमरों, आईटीएमएस व सेफसिटी के कैमरों की मदद से पीछा किया गया तो संदिग्ध ई-रिक्शा अटल बिहारी कन्वेन्शन सेंटर, कैसरबाग, डालीगंज पुल, रेजीडेसी, हनुमन्त धाम, केडी सिंह बाबू स्टेडियम के बगल बैकुठ धाम जाने वाली रोड से निशातगंज की तरफ रंग साइड़ पुल पर उतर गया जहां आगे पेपर मिल तिराहा के कैमरे में चेक करने पर ई-रिक्शा निशातगंज की ओर बढ़ता दिखायी दिया परन्तु संदिग्ध व्यक्तिबैठा हुआ दिखायी नहीं दिया। ई-रिक्शा के चालक से पूछताछ के दौरान संदिग्ध व्यक्ति का हुलिया दिखाया गया तो चालक ने पहचान कर बताया कि इसको मैने चरक चौराहे से बैठाया था जिसे मैने बालू अड्डे के पास छोड़ा था।चरक चौराहे पर पैदल चलते हुए संदिग्ध व्यक्ति की चाल व साइकिल चलाते समए दिख रही चप्पल व पटना के अगले दिन धाने पर आये देवेन्द्र कुमार की शारीरिक हावभाव व चाल-ढाल का मिलान करने पर समानता पायी गयी। अभियुक्त की पहचान व घटना का सफल अनावरण करने हेतु अन्य टैक्निकल साक्ष्य भी जुटाये गये। इसी क्रम में पुलिस टीमों द्वारा लगभग 400 सीसीटीवी कैमरे खगाले गये।उपरोक्त समस्त संकलित साक्ष्यों के आधार पर देवेन्द्र से पूछताछ की गयी तो उसने अपना जुर्म इकबाल किया।
पूछताछ का विवरण बताते हुए पुलिस ने कहा कि
मुख्य अभियुक्त देवेंद्र कुमार वर्मा से पूछताछ किये जाने पर बताया कि उसका जीजा सतीश कुमार अपनी पत्नी भावना सिंह को लगातार शारीरिक एवं मानसिक रूप से प्रताडित करता था। अभियुक्त देवेन्द्र द्वारा ये भी आरोप लगाया गया कि उसका जीजा सतीश कुमार बाहरी महिलाओं से नाजायज संबन्ध रखता था और उसकी बहन द्वारा उसका विरोध किया जाता था तो उसके साथ मारपीट व जान से मारने की धमकी देता था। इस संबंध में कई बार महिला के मायके पक्ष द्वारा हस्तक्षेप करने का प्रयास किया गया तो उनके साथ भी अभद्रता व गाली गलौज करता था व जान से मारने की धमकी देता था। इन दोनों द्वारा तय किया गया कि हम सतीश सिंह की हत्या कर देंगे और इसकी कार्ययोजना पर कार्य करने लगे। जिसके अन्तर्गत अभियुक्त द्वारा: मृतक की गाड़ी में जीपीएस ट्रेकर लगाया गया। जिसकी ट्रेकिंग अभियुक्त अपने मोबाइल पर करता था। घटना के दिन भी इसके द्वारा मृतक की लोकेशन को ट्रैक किया गया जिसका पूरा पाथ अभियुक्त के मोबाइल फोन में ट्रेकिंग एप पर मौजूद है। घटना के दिन मुख्य अभियुक्त देवेंद्र कुमार वर्मा अपनी बहन से मिलने आया और बताया कि आज ये घटना को कारित करेगा। सहअभियुक्ता भावना सिंह द्वारा इसको आश्वस्त किया गया कि वह प्रयास करेगी कि रात की जब वह रिश्तेदारों के घर से वापस आये तो सतीश सिंह को अकेले ही लेकर आये। कार्ययोजना के अनुसार अभियुक्त देवेन्द्र द्वारा एक पुरानी साइकिल खरौदी गयी। जिसे उसने चारबाग साइकिल स्टैण्ड पर खड़ा कर दिया। तथा कुछ दिन पूर्व ही 01 अवैध तमंचा व 01 पिस्टल खरीदी थी। घटना वाले दिन करीब 20:00 बजे चारबाग स्टेशन पर जाकर साइकिल उठायी तथा घटना कारित करने हेतु तथा पहचान छुपाने के उद्देश्य से अलग कपड़े पहने, कैप या मास्क लगाया तथा सफेद रंग के जूतों को काले रंग से रंगकर काला किया गया। साइकिल लेकर चारबाग से नाका हिन्डोला, मिल ऐरिया, तालकटोरा, आरडीएसओ से गलियों में होते हुये घटनास्थल पर पहुंच गया व साइकिल को खड़ी कर गली के मुहाने पर खड़ी गाड़ी की आड़ में छुप गया। जीपीएस के माध्यम से सतीश की लोकेशन को ट्रैक करता रहा। रात्रि करीब 02:10 बजे मृतक अपने घर पहुंचा व गेट का ताला खोल रहा था तभी अभियुक्त देवेन्द्र कुमार वर्माने पीछे से आकर पहले तमंचे से 01 गोली फायर की तथा बाद में पिस्टल से 04 गोली मारी गयी। सभी गोलियां मृतक को लगी। जिससे वह घायल होकर वहीं गिर गया। अभियुक्त मौके से अपनी साइकिल उठाकर वापस उसी रास्ते से कनौसी नहर आया जहां उसने घटना में पहने गये कपडे व जूते एक थैले में ईंट रखकर नहर में फेंक दिये तथा घटना में प्रयुक्त असलाह भी वहीं नहर में फेंक कर पैंट और शर्ट पहन कर निकल गया परन्तु कैप और मास्क अभी भी पहने रहा। नहर से ये आरडीएसओ, राजाजीपुरम, नक्खास होते हुये चरक चौराहा पहुंचा जहां एक सूनसान गली में अपनी साइकिल छोड़कर पुलिस को गुमराह करने के उद्देश्य से कुछ दूर पैदल चलकर ई रिक्शा पकड़ कर मेड़िकल चौराहा होते हुये, अटल चौराहा, डालीगंज पुल, रेजीडेसी से हनुमन्त धाम से बैकुठ धाम जाने वाली रोड से निशातगंज की तरफ राँग साइड़ पुल पर उतर गया। घटना होने के बाद मृतक की पत्नी भावना सिंह द्वारा ही पुलिस, ऐबुलेंस को सूचना दी गयी। स्वयं को बचाने के लिये मुख्य आरोपी देवेंद्र द्वारा अपना मोबाइल घर पर ही छोड़ दिया ताकि उसकी लोकेशन घर पर ही मिलती रहे और अपने भांजा जो कि 12वीं कक्षा में पढता है उससे बोला गया कि वह कहीं बाहर जा रहा है तुम उसके फोन को एक्टिव रखना व रात में आन-लाइन खाना ऑर्डर करते रहना, जिसकी पुष्टि मोबाइल फोन के रिकार्ड से हुयी है।