सीएसआईआर-सीमैप में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम मंत्रालय (एमएसएमई) द्वारा प्रायोजित औषधीय एवं सगंध पौधों पर आधारित प्रौद्योगिकियों विषय पर पाँच दिवसीय उन्नत कौशल विकास कार्यक्रम सम्पन्न

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*सीएसआईआर-सीमैप में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम मंत्रालय (एमएसएमई) द्वारा प्रायोजित औषधीय एवं सगंध पौधों पर आधारित प्रौद्योगिकियों विषय पर पाँच दिवसीय उन्नत कौशल विकास कार्यक्रम का समापन*

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

लखनऊ। सीएसआईआर-केन्द्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान (सीएसआईआर-सीमैप), लखनऊ एवं सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम मंत्रालय (एम.एस.एम.ई.) के सहयोग से किसानों एवं महिलाओं के लिए औषधीय एवं सगंध पौधों पर आधारित प्रौद्योगिकियों विषय पर पाँच दिवसीय उन्नत कौशल विकास कार्यक्रम 12-16 फरवरी, 2024 के मध्य आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम में देश के 06 राज्यों से 20 प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के समापन समारोह में सीएसआईआर-सीमैप के निदेशक, डॉ. प्रबोध कुमार त्रिवेदी ने अपने सम्बोधन मे कहा कि हमे आशा है कि सीएसआईआर-सीमैप में प्राप्त हर्बल उत्पाद बनाने की विधिओं को अपना कर आप अपने जीवन स्तर को बेहतर बनाएँगे और देश को विकसित बनाने मे अपना सहयोग करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि उत्पादों की ब्रांडिंग और पैकेजिंग का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
डॉ. आर. के. श्रीवास्तव, विभागाध्यक्ष, व्यापार विकास विभाग ने बताया कि इस 5 दिन के कार्यक्रम में औषधीय एवं सुगंधित पौधों का उत्पादन उसका प्रसंस्करण तथा तीन हर्बल उत्पाद जैसे फ्लोमैप, मोसेक्स (मासकीटो रेपलेंट लोशन) एवं फूलों से अगरबत्ती बनाने की तकनीकी बताई गयी। प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह में ध्न्यवाद प्रस्ताव डॉ. लाईकउर रहमान, मुख्य वैज्ञानिक ने ज्ञपित किया ।
इस अवसर पर सीएसआईआर-सीमैप के विभिन्न वैज्ञानिक, तकनीकी अधिकारी व शोधार्थी आदि उपस्थित रहे।

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