कालिंदी दीदी ने नंदिनी के लिए आगे का मार्ग प्रशस्त किया: रमेश भैया

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कालिंदी दीदी ने नंदिनी के लिए आगे का मार्ग प्रशस्त किया: रमेश भैया

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

वर्धा।आज नंदिनी लोकमित्र शिविर के दूसरे दिवस बाहर से आए हुए प्रतिभागियों की संख्या जहां एक ओर सैकड़ा को पार की वही दूसरी ओर इंद्र भगवान ने वर्षा कर मौसम को अच्छा कर दिया। सबेरे छः बजे से सात बजे हम सब कालिंदी दीदी को सुनने के लिए उनके कक्ष के सामने बैठे। दीदी ने नंदिनी के लिए आगे का मार्ग प्रसस्त किया। बहनों ने अनेक प्रश्न पूछे उनका दीदी से आध्यात्मिक भाव से मार्गदर्शन किया।
पंद्रहवें नंदिनी शिविर के दूसरे दिवस के प्रथम सत्र जो राजभवन में संपन्न हुआ। उत्तराखंड कौसानी की आशा बहन ने कहा कि शांति के लिए जमीन चाहिए। ब्रम्हविद्या मंदिर की कंचन दीदी ने स्त्री शक्ति को बाबा के शब्दों में परिभाषित किया। दीदी ने बाबा के शब्दों में बहनों को ज्यादा से ज्यादा समाज के काम से जोड़ें।महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी के समाज कार्य विभागाध्यक्ष डा संजय सिंह ने पुरुष की भूमिका पर प्रकाश डाला। पुरुष की सत्ता कम कैसे हो। साढ़े दस बजे विष्णुसहस्त्रनाम के बाद दूसरा सत्र का संचालन डा पुष्पेंद्र सिंह महाराजा रणजीत सिंह कालेज इंदौर ने किया। मगन संग्रहालय समिति की प्रमुख सुश्री विभा गुप्ता ने अपने प्रयोग बताए । विशेषकर बहनों को बाजार से मुक्त करें। नई तालीम समिति की सुश्री सुषमा शर्मा ने नई तालीम के प्रयोग सुनाए। शिविर में उत्तराखंड,छत्तीसगढ़, असम, मध्य प्रदेश, राजस्थान,हरियाणा,महाराष्ट्र, दिल्ली, झारखंड बुंदेलखंड,गुजरात, उत्तर प्रदेश,आदि की बहने हैं।
मगन संग्रहालय समिति वर्धा की अध्यक्ष विभा गुप्ता ने संबोधित किया। छत्तीस गढ़ के आश्रम स्कूलों की 9 अधीक्षिका उपाध्यक्ष हरिजन सेवक संघ के जितेंद्र राणा के साथ , दिल्ली विश्विद्यालय की प्रिया बहन के साथ पांच छात्राएं, महात्मा गांधी सेवा संस्थान मयूरभंज उड़ीसा की बहन राजश्री, प्रियंका बहन, पुनटा बहन खूब लंबी यात्रा करके आदित्य भाई के सहयोग से आईं है।कबीर आश्रम कोंडा गांव की पुष्पा साहेब , उत्तराखंड से राकेश चंद्रा, मोनिका बहन उज्जैन से चार बहनें , सबसे छोटी उम्र 10 वर्ष की अक्षरा बहन दिल्ली से आई है। वर्धा की सुलभा ताई, योगिता बहन , श्री सो अहम पांड्या, आदि भी हैं।

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