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6 नवम्बर-श्रीरामचरितमानस की भाव सहित चौपाई
नमो राघवाय 🙏
बहु छल बल सुग्रीव कर
हियँ हारा भय मानि ।
मारा बालि राम तब
हृदय माझ सर तानि ।।
( किष्किंधाकांड, दो. 8)
राम राम 🙏🙏
दूसरी बार बालि से युद्ध करने के लिए राम जी ने सुग्रीव को पुष्प की माला पहनाकर भेजा है । सुग्रीव ने बालि से बहुत छल – बल का प्रयोग किया किंतु अंत में भय मानकर हार मान लिया , तब राम जी ने बालि के हृदय में बाण मारा है ।
श्रीराम शरण में रहते हुए जो कार्य आप करना चाहते हैं उसे राम स्मरण करके करें ,उसमें अपना छल बल न लगाए अन्यथा हार मिलेगी । अपना बल जहाँ समाप्त होता है वही से राम कृपा शुरू होती है । अतएव अपने बल पर नहीं राम बल के साथ कार्य करें, संपन्न होगा । अथ ! जय राम जय राम जय जय राम 🚩🚩🚩
संकलन तरूण जी लखनऊ