श्रीरामचरितमानस की भाव सहित चौपाई

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16 दिसंबर 2024
नमो राघवाय 🙏श्रीरामचरितमानस की भाव सहित चौपाई

सुनु दसकंठ कहउँ पन रोपी ।
बिमुख राम त्राता नहिं कोपी ।।
संकर सहस बिष्नु अज तोही ।
सकहिं न राखि राम कर द्रोही ।।
( सुंदरकाड 22/4)
राम राम 🙏🙏
हनुमान जी को मेघनाद नागपाश से बाँध कर रावण के दरबार में ले आया है, वह हनुमान जी से कुछ प्रश्न करता है , हनुमान जी उनके जबाब देने के बाद उसे समझाते हुए कहते हैं कि हे रावण ! सुनो, मैं प्रतिज्ञा करके कहता हूँ कि राम विमुख की रक्षा करने वाला कोई भी नहीं है । हज़ारों शंकर, बिष्णु , और ब्रह्मा भी राम जी के साथ द्रोह करने वाले की रक्षा नहीं कर सकते हैं ।
जब हम आप राम विमुख रहते हुए अरक्षित हैं तो राम द्रोही होने पर हमारी क्या गति होगी , विचार करें, इसीलिए राम विमुख नहीं राम सनमुख होकर सुरक्षित हो जाइए । अतएव! राम राम , जय राम राम 🚩🚩🚩
संकलन तरूण जी लखनऊ

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