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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को ईद, परशुराम जयंती और अक्षय तृतीया को लेकर अफसरों को निर्देश दिए हैं कि यह सुनिश्चित करें कि सभी पर्व शांति और सौहार्द के बीच सम्पन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सभी जरूरी प्रयास किए जाएं।
उन्होंने कहा कि वर्तमान परिवेश को देखते हुए पुलिस प्रशासन को अतिरिक्त संवेदनशील रहना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि धार्मिक कार्यक्रम, पूजा-पाठ आदि निर्धारित स्थान पर ही हों। धर्मगुरुओं से संवाद बना कर यह सुनिश्चित करें कि सड़क मार्ग, यातायात बाधित कर कोई धार्मिक आयोजन न हो। ये निर्देश उन्होंने सोमवार को अफसरों के साथ बैठक में दिए। उन्होंने टीम-9 के साथ बैठक में प्रदेश में कोरोना की स्थिति की भी समीक्षा की।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ट्रैक, टेस्ट, ट्रीट और टीकाकरण की नीति के सफल क्रियान्वयन से उत्तर प्रदेश में कोविड पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है। वर्तमान में प्रदेश में कुल 1621 एक्टिव केस हैं। इसमें 1556 लोग घर पर ही स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं।इनके स्वास्थ्य पर सतत नजर रखी जाए।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब तक कोविड टीके की 31 करोड़ 50 लाख डोज लगाई जा चुकी है। जबकि 11 करोड़ 15 लाख से अधिक कोविड टेस्ट भी किए जा चुके हैं। 18+ आयु की पूरी आबादी को टीके की कम से कम एक डोज लग चुकी है, जबकि 88.72 प्रतिशत वयस्क लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है। 15 से 17 आयु वर्ग में 95.3 प्रतिशत से अधिक किशोरों को पहली खुराक मिल चुकी है और 67 प्रतिशत से किशोरों को दोनों डोज लग चुकी है। 12 से 14 आयु वर्ग में 63 प्रतिशत से अधिक बच्चे टीकाकवर पा चुके हैं, इन्हें दूसरे डोज लगाया जाना भी शुरू हो चुका है। बच्चों के टीकाकरण और वयस्कों के बूस्टर डोज लगाए जाने को और तेज किए जाने की जरूरत है।
24 घंटे में 193 नए मरीज मिले
पिछले 24 घंटे में पूरे प्रदेश में 193 नए केस की पुष्टि हुई, जिसमें, गौतमबुद्ध नगर में 66, गाजियाबाद में 36, लखनऊ में 21, मेरठ में 18 और कानपुर नगर में 17 नए केस शामिल हैं। इसी अवधि 159 लोग स्वस्थ भी हुए। जिन जिलों में केस अधिक मिल रहे हैं वहां सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क लगाया जाना अनिवार्य कर दिया है। टेस्ट की संख्या बढ़ाये जाने की जरूरत है। जीनोम सिक्वेंसिंग का काम सतत जारी रखें।
मुख्यमंत्री योगी ने निर्देश दिया कि सभी अस्पतालों तथा मेडिकल कॉलेजों में अग्निशमन व्यवस्थाओं का निरीक्षण करें, जिससे अग्नि की घटनाओं से कोई क्षति न होने पाए। पूरे प्रदेश में तत्काल अभियान चलाकर यह कार्य किया जाए। फसलों में आग लगने की दुःखद घटनाओं की भी जानकारी मिल रही है। इसके दृष्टिगत विशेष सावधानी बरतें। सभी फायर स्टेशन पूरी मुस्तैदी से कार्यरत रहें।