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लखनऊ में दुबग्गा इलाके में रहने वाली 17 साल की किशोरी से दबंग युवक ने दुष्कर्म किया था। पांच मई को हुई इस वारदात के बाद दूसरे दिन किशोरी की हालत गंभीर हो गई थी। जिसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से उसे दो दिन पहले छुट्टी दे दी गई थी। वहीं उसका इलाज घर पर ही चल रहा था, हालत गंभीर होने पर शनिवार को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया। सोमवार को किशोरी की मौत हो गई। इसके बाद परिजनों व ग्रामीणों ने दुबग्गा के आईआईएम रोड स्थित पावर हाउस चौराहे पर शव रख प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिस पर लापरवाही सहित कई गंभीर आरोप लगाये। सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस के मुताबिक आरोपी को मुकदमा दर्ज करने के साथ ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।
टांडखेड़ा जेहटा गांव निवासी प्रियांशु यादव ने सोशल मीडिया के जरिए किशोरी से दोस्ती की थी। उसे अपने प्रेम जाल में फंसाया। इसके बाद मिलने जुलने का दौर शुरू हुआ। पांच मई को प्रियांशु ने किशोरी को मिलने के लिए आम्रपाली योजना में बुलाया। जहां खाली प्लॉट में किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। विरोध करने पर उसे मारापीटा। वहीं दुष्कर्म के बाद आरोपी प्रियांशु किशोरी को वहीं छोड़कर भाग गया। 6 मई को किशोरी की तबियत ज्यादा बिगड़ गई। इस दौरान उसे अत्याधिक रक्तस्राव होने लगा। इसकी जानकारी किशोरी के मां को हुई। तो उसने पूछताछ की। तब किशोरी ने पूरी जानकारी दी।
दूसरे दिन दर्ज कराया था केस
प्रभारी निरीक्षक अनिल प्रकाश सिंह के मुताबिक 6 मई को किशोरी के परिजन थाने पहुंचे थे। जहां लिखिल शिकायत की। जिसके आधार पर दुष्कर्म व पॉक्सो एकट का मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। उसी दिन आरोपी प्रियांशु यादव को हिरासत में लिया गया । सख्ती से पूछताछ की गई। उसे जेल भी भेज दिया गया। वहीं किशोरी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस के मुताबिक अस्पताल से दो दिन पहले किशोरी की स्थिति में सुधार के बाद चिकित्सकों ने छुट्टी दे दी। सोमवार तड़के उसकी अचानक तबियत और खराब हो गई। घर पर ही उसकी मौत हो गई।
पुलिस पर लापरवाही का आरोप, प्रदर्शन
सोमवार सुबह किशोरी की मौत के बाद नाराज परिजनों ने दुबग्गा के आईआईएम रोड पावर हाउस चौराहे पर पहुंचे। वहां शव रखकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। परिवारीजनों का आरोप है कि वारदात में प्रियांशु के साथ दो और युवक थे। जिनको पुलिस बचा रही है। इसकी जानकारी भी परिवारीजनों ने पुलिस को दी थी। पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। जिससे परिवारीजनों व ग्रामीणों में आक्रोश है। प्रदर्शन की सूचना पर पहुंचे प्रभारी निरीक्षक दुबग्गा ने परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। प्रभारी निरीक्षक अनिल प्रकाश सिंह के मुताबिक किशोरी की हालत खराब थी। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां से सुधार होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया था।