नंदिनी 2.0 का हुआ सुघड़ में अलौकिक समापन: सुनाई गई अनुभूति और प्रस्फुटित हुए संकल्प: करेगी हर नंदिनी अपने अपने क्षेत्र में स्त्री शक्ति को जगाने का प्रयास

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नंदिनी 2.0 का हुआ सुघड़ में अलौकिक समापन

सुनाई गई अनुभूति और प्रस्फुटित हुए संकल्प

,करेगी हर नंदिनी अपने अपने क्षेत्र में स्त्री शक्ति को जगाने का प्रयास

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

अहमदाबाद। विनोबा विचार प्रवाह के सूत्रधार रमेश भैया ने बताया कि आयोजित होने वाला है अगला नंदिनी शिविर दिल्ली की गांधी भूमि हरिजन सेवक संघ गांधी आश्रम किंग्सवे कैंप में मां कस्तूरबा कुटीर के सानिध्य में सद्भावना सम्मेलन 24 सितंबर से 26 सितंबर के साथ* * *संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष दादा डा शंकर कुमार सान्याल ने दी आयोजन को हरी झंडी तय होने लगे सम्मेलन हेतु वीआईपी अतिथि गण*अद्भुत होगा नजारा* *याद आयेंगे दीदी निर्मला देशपांडे वाले राष्ट्रपति प्रधानमंत्री और अनेकों राज्यपाल वाले युक्त सम्मेलन* दिनांक 11 से 13 सितंबर 2023 को ESI सुघड़ अहमदाबाद में आयोजित नंदिनी 2.0 का कल भाव प्रसाद ग्रहण करने के बाद मैत्री हॉल में दीक्षांत समारोह हुआ। सभी ने अपनी अनुभूति और संकल्प बताते हुए प्रयास पत्र जैसा प्रमाणपत्र हंसते हंसते नंदिनी लोकमित्र के कुलाधिपति जयेश भाई सिद्धार्थ भाई के शुभ हस्तों से प्राप्त किया।खुशी में भाव विभोर होकर गरबा, डा रीता और निराली बहन, डा ज्योति और जयश्री ने भरतनाट्यम नृत्य किया। फिर सब देश भर के लिए संकल्प लेकर बिखरना शुरू हुए सबसे पहले डा भारती डा रंजना डा रूपेश को विनया की मदद से पहली उड़ान भरने का अवसर मिला। हरियाणा की सविता सोनी आदरणीय राजेंद्र भाई का दादरी सिरोही निहालगढ़ जाना हुआ। पूना वाली ट्रेन पर कर्जत के लिए निकली हमारी विमल पाटिल और सुभाष भाई, इसी समय पर पवनार गांव की शुभांगी हिउरे और राधा बहन भी स्टेशन गए। रांची झारखंड की गीता बहन ने भी सुंदर प्रतिभाग कर वापस गई। सूरत गुजरात की रचना जामनगर की रेखा बहन जलदीप कवि,ज्योति , हनी बहन सब अपने अपने घर गए।, हरदोई की वंदना बहन और रीता दीदी की ट्रेन तो रात में थी लेकिन वह अपने एक परिचित रिलेशन में गईं। कल हमारी अदभुत बहन निराली भी आई जो विरल भाई जो नंदिनी पर फिल्म बनाने का कार्य कर रहे उनकी मित्र हम सबकी भी मित्र बन गई क्योंकि मैत्री चुम्बक बहुत पॉवरफुल होती हुई।साढ़े तीन बजे नंदिनी शिविर पर बनी लघु फिल्म दिखाकर सरप्राइज दिया गया। वैसे तो वसुधा मां के दर्शन यहीं आने पर सभी को हो गए थे।फिर भी शिविर के बचे मेरे सहित कुल ग्यारह लोग सबसे ऊंची प्रेम सगाई देखने सिद्धार्थ, डा रीता, डा निशा , प्राची, रवि जी श्रुति,कविता ,देवयानी ,संजय भाई ,अमित परमार ग्राम श्री और क्राफ्ट रूट संस्था परिवार से मिलने और दुनिया को आश्चर्य चकित करने वाली क्राफ्ट हुनर को देखने 5 बजे लीलापुर गए। वहां इस कार्य को समर्पित विजय ,देवेश ,शालिनी की पूरी टीम ने वीविंग इंब्रायडरी ब्लॉक पेंटिंग आदि उच्चस्तरीय काम देखा। ठीक सात बजे पीस वॉक करते हुए जयेश भाई के थलचर नभचर अंधेरे में निकलने वाले सभी मित्रों से मिलाने बाह्य परिक्रमा कराई । जहां कल ही अपने परिवार में जुड़े दस बतख के बच्चों से उनके घर जलाशय में मिलते हुए संस्कृति से मिलने पहुंचे जहां पुनः मां के हाथों से तिलक और बहन मीना और अशोक भाई ने स्वागत किया।अनार बहन ने दुनिया के अधिकतर देशों की संस्कृति और हिंदुस्तान की पुरानी कला के सम्मिश्रण से बना घर का अंदर से दर्शन कराया।जिसमें लीलापुर के बच्चों के खेलने के स्थान से लेकर देश के बड़े से बड़े वी आई पी को बैठने की सुंदर व्यवस्था है।वास्तुकला के अद्भुत दर्शन हुए।समाज में निष्प्रयोज्य पड़े लकड़ी के तमाम खिड़की दरवाजे पोल खंभे आदि का फर्श से अर्श पर अनार दीदी ने पहुंचने की यात्रा दिखाई। उनके यहां जयेश भाई की मां के लिए सुंदर पूजा स्थान , पार्क में सभी के साथ बैठने का ,अनार बेन के कृष्णा का सुंदर घर , जयेश भाई का ध्यान स्थान , जैविक सब्जी उत्पादन का प्यार भरा स्थान , 87 वर्ष की वसुधा बा और 83 वर्ष की आनंदी बा के ऊपर की मंजिल पर जाने हेतु विज्ञान युक्त लिफ्ट भी दिखी।कल ही उनके घर की मेहमान गुजरात उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश आदरणीय सुनीता अग्रवाल जो लखनऊ में इससे पूर्व थी तो उत्तरप्रदेश की माननीय राज्यपाल महोदय से मिलने संस्कृति पधारे थे। महाराष्ट्र उत्तर प्रदेश दिल्ली उत्तराखंड हिमाचल से हमारे साथ मेहमानों को चाय के स्थान पर सभी स्वास्थ्य वर्धक पेय पिलाए।अनार बेन अपने हाथों से बने हुए अनेक प्रकार के सुस्वाद व्यंजन नंदिनी परिवार को खिलाए।ठीक 9 बजे जयेश भाई और शैलेश भाई गाड़ी से हम सभी को लीलापुर से सुघड़ पहुंचाए। वहां विनय से सबेरे सब कैसे कैसे जा रहे सब साझा किया और उनकी सेवा पांच बजे मांगी कि सुबह संजय श्रुति निशा दीदी और रीता बहन का फ्लाइट पर सभी ने विदा किया।प्राची कविता देवयानी रवि सभी पड़ोस के कबीर आश्रम गए वहां अपने हांथ से खाना बनाकर खाया उनकी ट्रेन आज रात की है। होड थी कि अंत में नंदिनी परिवार का कौन विदा होगा।मुझे स्टेशन भेजने के लिए सबेरे छः बजे अहमदाबाद से चलकर अदिति (जो विमला बहन की छोटी बहन अल्पना की बेटी यहां बैंक आफ अमेरिका में काम करती है) आ गई।अमित हमें ट्रेन में बिठाकर अंकलेश्वर जाने का प्लान कर लिए।अब तो संस्कृत वेद उपनिषद के प्रज्ञाता सिद्धार्थ धर्मेद्र प्रकाश जी बजे थे जो 11 बजे पवित्रा भवन से प्रिया ने विदा किया । कल रात ही सत्याग्रह जयजगत भवन में टीच फार इंडिया के तीस बच्चे आ गए ।इनसे थोड़ी सी बात सबेरे प्रभात फेरी के समय हुई।इनकी स्कूलिंग ऐसे ही यात्राओं से कनिष्क जैसे साथी कराते हैं।कुछ बच्चो से पूछने पर बाते करते हुए बताए कि हम एक्टर, प्रोड्यूसर ,संगीतकार आदि बनने की तैयारी में जुटे हैं। तब तक किशन लड्ढा भाई आ गए और शिविर की चर्चा शुरू किए। इस प्रकार पहले दिन जो खिले दूसरे दिन खुले और आज तीसरे दिन खेले और विदा हुए। अनेक नंदिनी बहनों का मंतव्य था कि यहां आकर नंदिनी को गति देने हेतु ऊर्जा मिलती है।

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