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ऊर्जा मंत्री ने विद्युत वितरण प्रणाली के प्रीवेंटिव मेंटीनेंस हेतु “अनुरक्षण माह” कार्यक्रम का शुभारंभ किया
विद्युत वितरण तंत्र के सभी घटकों के मेंटिनेंस हेतु 01 से 31 अक्टूबर तक चलेगा “अनुरक्षण माह” अभियान
आगामी त्योहारों व पर्वों पर उपभोक्ताओं को सुनिश्चित की जाएगी पर्याप्त व निर्बाध विद्युत आपूर्ति
समस्त 33/11 केवी उपकेंद्रों में विद्युत आपूर्ति सम्बंधी खामियों का निरीक्षण कर किया जाएगा अनुरक्षण कार्य
स्वच्छता अभियान के अंतर्गत 01 अक्टूबर को सभी सब स्टेशनों, ट्रांसफार्मर के आसपास सफाई अभियान चलाने के निर्देश
अनुरक्षण माह के दौरान अधिकारियों व कार्मिकों द्वारा किए गए कार्यों में खामी व लापरवाही पाए जाने पर होगी सख्त कार्रवाई
लोगों को असुविधा न हो, प्रीवेंटिव मेंटीनेंस के कार्य पीक डिमांड समय पर नहीं की जाएंगे
अनुरक्षण माह में किए जाने वाले कार्यों एवं निर्देशों के अनुपालन हेतु जारी होगी एसओपी
– ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
लखनऊ: प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने आगामी त्योहारों व पर्वों के दृष्टिगत उपभोक्ताओं को पर्याप्त एवं निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश के समस्त 33/11 केवी उपकेंद्रों की विद्युत वितरण संबंधी खामियों का निरीक्षण कर प्रीवेंटिव मेंटीनेंस करने के निर्देश दिए हैं। आगामी माह में विद्युत वितरण तंत्र के सभी घटकों की खामियों को दूर करने के लिए प्रीवेंटिव मेंटीनेंस के कार्यों को योजनाबद्ध व चरणबद्ध तरीके से कराने के लिए ऊर्जा मंत्री ने “अनुरक्षण माह” कार्यक्रम की शुरुआत की। यह अभियान आगामी माह में 01 से 31 अक्टूबर तक प्रदेश के सभी उपकेंद्रों पर चलाया जाएगा। ऊर्जा मंत्री ने ‘अनुरक्षण माह’ में किए जाने वाले कार्यों एवं निर्देशों के अनुपालन के संबंध में एसओपी जारी करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस दौरान किसी भी अधिकारी व कार्मिक द्वारा किए गए कार्यों में भविष्य में खामियां व लापरवाही पाई जाती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने शुक्रवार को जल निगम के फील्ड हॉस्टल ‘संगम’ में पावर कारपोरेशन के उच्च अधिकारियों की उपस्थिति में ‘अनुरक्षण माह’ अभियान का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम से वर्चुअल जुड़े सभी अधिकारियों को अनुरक्षण कार्यो को गुणवत्तापूर्ण ढंग से एवं ससमय कराने के लिए जरूरी निर्देश भी दिए। कहा कि लोगों को असुविधा से बचाने के लिए प्रीवेंटिव मेंटीनेंस के कार्य पीक डिमांड समय पर नहीं की जाएंगे। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान सभी 33/11 केवी उपकेंद्रों में निर्बाध विद्युत वितरण में आ रहे व्यवधानों एवं समस्याओं का निरीक्षण कर उसे दुरुस्त करने का कार्य किया जाएगा।अनुरक्षण कार्य हेतु शटडाउन ऐसे समय लिया जाएगा, जिससे किसी को भी समस्या न हो।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि ‘अनुरक्षण माह’ के दौरान सभी 33/11 केवी उपकेंद्रों के उपकरणों का अनुरक्षण, ट्रांसफार्मर की खामियों में सुधार एवम् इसकी क्षमता वृद्धि तथा इसके प्रोटेक्शन सिस्टम की जांच के साथ जर्जर व झूलते एचटी व एलटी लाइनो तथा विद्युत पोल को सही करेंगे। ट्रांसफार्मर के फ्यूज, ऑयल व अर्थिंग तार को भी व्यवस्थित करेंगे। विद्युत् पोल के स्टे वायर, जंफर को सही करेंगे, मीटरिंग प्रणाली को सुधारेंगे तथा लाइनों को छूती हुई शाखाओं की छंटनी आदि कार्यों को निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए गुणवत्तापूर्ण ढंग से कराना सुनिश्चित करेंगें। इसके लिए वितरण से जुड़े सभी अधिशाषी अभियंता, उपखंड अधिकारी एवं अवर अभियंता अपने-अपने क्षेत्रों में कार्यों का निरीक्षण कर अनुरक्षण कार्य संपादित कराएंगे। संबंधित मुख्य अभियंता एवं अधीक्षण अभियंता द्वारा भी कार्यों की निरन्तर मॉनिटरिंग की जाएगी। साथ ही डिस्कॉम के एमडी, अन्य वरिष्ठ अधिकारियों तथा मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा भी इसकी नियमित मॉनीटरिंग की जाएगी। उन्होंने सभी उपकेंद्रों में किए गए कार्यों की उपखंड अधिकारी के स्तर से ऐसे कार्यों का डॉक्यूमेंटेशन कराने के भी निर्देश दिए, जिससे कि भविष्य में किए गए इन कार्यों में खामी पाए जाने पर सम्बन्धित की जिम्मेदारी तय की जा सके और वह यह कहकर बच न सके कि यह कार्य मेरे द्वारा नहीं कराया गया।
ऊर्जा मंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि माननीय प्रधानमंत्री जी के आह्वान पर 01अक्टूबर को देशव्यापी ‘स्वच्छता ही सेवा अभियान’ के तहत विद्युत विभाग भी स्वच्छता अभियान चलाएगा। इस दौरान सभी उपकेंद्रों, ट्रांसफार्मर के आसपास भी साफ-सफाई सुनिश्चित कराई जाएंगी। उन्होंने कहा कि कई बार वहां पर उगी हुई झाड़ियो, घास-फूस तथा पड़े कूड़ा-करकट से उपकरणों में आग लग जाती है और लोगों को बेवजह विद्युत संकट झेलना पड़ता है। साथ ही उपकरण के जल जाने से विभाग को भी नुकसान उठाना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि विद्युत व्यवस्था के सुधार हेतु 17 हज़ार करोड़ रुपए की आरडीएसएस योजना तथा बिजनेस प्लान के तहत तेजी से विद्युत् सुदृढीकरण का कार्य कराया जा रहा है। इस अभियान के दौरान खामियों के कारण जो भी अनावश्यक विद्युत व्यवधान उत्पन्न होता है उसे भी दुरुस्त कर लिया जाएगा। इन सब कार्यों से आने वाले समय में बिजली चली गई, ट्रिपिंग जैसे शब्द लोगों की जुबान में नहीं आएगा।
इस दौरान अपर मुख्य सचिव महेश कुमार गुप्ता, अध्यक्ष डॉक्टर आशीष कुमार गोयल, प्रबन्ध निदेशक पंकज कुमार तथा पावर कारपोरेशन के अन्य उच्च अधिकारी उपस्थित थे तथा सभी डिस्कॉम के एमडी व अन्य उच्च अधिकारी, मुख्य अभियंता, जिलों के अधीक्षण अभियंता, अधिशाषी अभियंता, उपखंड अधिकारी एवं अवर अभियंता कार्यक्रम में वर्चुअल जुड़े थे।