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स्वामी लक्ष्मणदास महाराज के पावन सानिध्य में सनातन धर्म के प्रमुख स्तंभ गंगा, गायत्री, गीता को मिल रहा संरक्षण संवर्धन

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

लखनऊ। शाश्वत तिवारी
सदस्य, मुख्य आयोजक मंडल ने बताया कि शरद पूर्णिमा के पावन अवसर एवं कार्तिक मास के उपलक्ष पर कृष्ण कृपा मिशन के तत्वावधान में लखनऊ उत्तर प्रदेश में आयोजित भागवत कथा के तीसरे दिन परम पूज्य श्रद्धेय प्रेम मूर्ति रामानुज संप्रदायाचार्य स्वामी लक्ष्मणदास महाराज ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए भागवत कथा के मध्य बताया की जीवन का परम चरम लक्ष्य होना चाहिए भगवत प्राप्ति।
कई बार हम लोग जीवन में छोटे-छोटे लक्ष्य रखते हैं जैसे धन कमा लेना घर मकान बना लेना थोड़ी सी प्रतिष्ठा कमा लेन।
यह सब आवश्यक है परंतु यह सब कुछ समय के लिए ही कार्य आता है जीवन का मुख्य लक्ष्य होना चाहिए कि हम कैसे श्री ठाकुर जी के श्री चरणों की प्राप्ति कर सकें क्योंकि जीवन में अगर कृष्ण नहीं है तो हम काल के गाल में ही समाएंगे।
परंतु अगर जीवन में गुरु हैं गोविंद है तो जीवन में धन समृद्धि यश वैभव प्रतिष्ठा हम सब कुछ पा लेते हैं। आप देखिए जिन्होंने गोविंद को अपनाया है उनके पीछे दुनिया पड़ी है और जो दुनिया के पीछे रहते हैं। उन्हें बाद में अपने भी नहीं पूछते इसीलिए दुनिया से मन को हटाइए और गोविंद के चरणों में मन को लगाइए।
आज कथा के मध्य में कई गणमान्यजनों का आगमन हुआ मुख्य अतिथि प्रसिद्ध हास्य कलाकार अन्नु अवस्थी कानपुर से पहुंचकर महाराजश्री का आशीर्वाद लेने पहुंचे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा की कृष्ण कृपा मिशन चैरिटेबल ट्रस्ट जो सेवा और समर्पण के लिए जाना जाता है। सनातन धर्म के प्रमुख स्तंभ गंगा गायत्री गीता इनके संरक्षण और संवर्धन में कृष्ण कृपा मिशन वर्ष 2014 से निरंतर कार्य करता आ रहा है।
कोरोना काल में लाखों असहाय जनों की सेवा कार्य हो या फिर प्रत्येक वर्ष गरीब कन्याओं का विवाह और वैदिक संरक्षण के लिए गरीब विद्यार्थियों के शिक्षा की व्यवस्था।
यह सब कुछ संभव हो पा रहा है करुणा, दया एवं कृपा के साक्षात प्रतिमूर्ति रामानुज संप्रदायाचार्य स्वामी लक्ष्मणदास जी महाराज के पावन सानिध्य में।
पूज्य गुरुदेव पिछले कई वर्षों से निरंतर श्रीमद्भागवत कथा, श्री राम कथा, धर्म अध्यात्म एवं सनातन की सेवा के माध्यम से लाखों – करोड़ों लोगों को नई दिशा देते हुए अध्यात्म के उच्चतम शिखर तक पहुँचा रहे हैं तथा नये भारत निर्माण की भूमिका भी तैयार कर रहे हैं जहाँ समाज में देशभक्ति के साथ प्रेम सौहार्द और भाईचारा हो ।
पूज्य गुरुदेव का लक्ष्य है भारत पुनः विश्व गुरु के पद पर आसीन हो और संपूर्ण विश्व में सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र के रूप में भारत अपनी भूमिका निभाए।
और अब पूज्य गुरुदेव का यह स्वप्न धीरे-धीरे साकार हो रहा है। अयोध्या जी में रामलला जी विराजमान होने जा रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय जगत में भारत की भूमिका बढ़ती जा रही है ।
पूज्य गुरुदेव का मानना है राष्ट्र प्रेम सर्वश्रेष्ठ प्रेम है।
कल कथा का विशेष उत्सव मनाया जाएगा श्री कृष्ण जन्म महोत्सव मनाया जाएगा और इस कथा का संध्या काल में 5:00 से 7:00 बजे तक आस्था टेलीविजन के माध्यम से संपूर्ण विश्व में सीधा प्रसारण किया जाएगा।

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