श्री रामलीला समिति गोमती नगर द्वारा तृतीय दिवस- रामलीला का मंचन

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श्री रामलीला समिति गोमती नगर द्वारा तृतीय दिवस- रामलीला का मंचन

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

लखनऊ। मर्यादा पुरूषोतम भगवान श्रीराम चन्द्र जी की रामलीला का आयोजन पर्वतीय महापरिषद भवन, गोमती नगर विस्तार, लखनऊ में दिनांक 17-10-2024 से दिनांक 19-10-2024 तक तीन दिवसीय आयोजन किया गया जिसमें आज 19.10.2024 को अन्तिम तृतीय दिवस शबरी प्रसंग, राम सुग्रीव मैत्री, हनुमान जी को सीता की खोज हेतु लंका भेजना, अशोक वाटिका, लक्ष्मण शक्ति, हनुमान को सुशेन वैद्य की खोज हेतु लंका भेजना, सुशैन वैद्य द्वारा हनुमान को संजीवनी हेतु भेजना, रावण द्वारा कुम्भकर्ण की निद्रा भंग, कुम्भकर्ण वध, मेघनाद वध, रावण दरबार में मंत्री द्वारा युद्ध का हाल बताना,राम रावण युद्ध/रावण वध, श्रीराम राज्याभिषेक आदि प्रसंग के दृष्य प्रस्तुत किये गये।
तृतीय दिवस के कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि ……………………………………………………..द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया एवं उन्होंने कहा इस युग में लामलीला धार्मिक, सामाजिक कार्य के अतिरिक्त राष्ट्रवाद की प्रेरणा देती है तथा देश एवं समाज के उत्थान हेतु त्याग व समर्पण का मार्ग प्रशस्त करती है। मुख्य अतिथि द्वारा अति सुन्दर धार्मिक आयोजन हेतु आयोजकों व कलाकारों की प्रशंसा की गयी।
इस अवसर पर *विशिष्ट अतिथि कुर्मांचल रामलीला समिति, कुर्मांचल नगर के अध्यक्ष, समिति के महामंत्री व पदाधिकारीगण थे।
*रामलीला समिति के मुख्य संरक्षक टी0 एस0 मनराल ने सभी आये हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए आभार जताया और बताया कि इस बार गोमतीनगर नगर शाखा का यह पहला तीन दिवसीय रामलीला मंचन का प्रयास था जो कि सफल और अच्छा अनुभव प्राप्त हो रहा है आने वाले वर्षों में तीन दिवसीय से बढ़ा कर छः दिवसीय करने पर विचार करेंगे, रामलीला समिति के अध्यक्ष गोविन्द सिंह बोरा एवं महासचिव रमेश चन्द्र उपाध्याय ने सभी अतिथियों को रामनामी पट्ट पहनाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में पर्वतीय महपरिषद के अध्यक्ष गणेश चन्द्र जोशी, महासचिव महेन्द्र सिंह रावत, संयोजक के0 एन0 चंदोला सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।
आज मेघनाद हनुमान संवाद में जिसमें हनुमान आनन्द सिंह कपकोटी एवं मेघनाद टी0 डी0 काण्डपाल का अभिनय प्रभावशाली रहा। हनुमान द्वारा राग मालकोश में ‘‘ को तुम श्यामला गौर शरीरा, क्षत्रिय रूप धरहुं…….’’ गीत बहुत मधुर स्वर में गाया गया। सुलोचना का अभिनय भारती काण्डपाल ने किया, कुम्भकर्ण शंकर पाण्डेय का अभिनय सराहनीय रहा। सुशैन वैद्य प्रसंग में सुधीर पंत एवं ख्याली सिंह कड़ाकोटी का अभिनय दर्शकों को बहुत भाया।
पात्रः- राम- नेहा सिंह, लक्ष्मण- निक्की सिंह, सीता- विधी जोशी, भरत- प्रज्जवल सिंह रावत, शत्रुघन- दक्ष बिष्ट, हनुमान- आनन्द सिंह कपकोटी, दशरथ – हरीश काण्डपाल, कैकेयी- चित्रा काण्डपाल, कौशल्या- दमयंती नेगी, सुमित्रा- राधिका बोरा, सुमंत- …….., जनक- नरेन्द्र सिंह फर्त्याल, परशुराम- गोविन्द सिंह बोरा, विश्वामित्र- मनीष उपाध्याय, राजा-धनुष यज्ञ में- हरीश काण्डपाल, बलवंत वाँणगी, दीवान सिंह बिष्ट, बन्दी जन- धनुष यज्ञ में- वीरेन्द्र सिंह बिष्ट, बलवन्त वाँणगी, रावण- पुष्कर सिंह नयाल, मेघनाद- तारा दत्त काण्डपाल, वाणासुर- कमल सिंह नेगी, सुलोचना- भारती काण्डपाल, मन्थरा- रावत, सूर्पणखा-पार्श्व गायिका- प्रभा सती, सूर्पनखा- नीता बोरा, अहिल्या- वंशिका नयाल, ताड़का- ख्याली सिंह कड़ाकोटी, सुबाहु- दयाल सिंह रावत/किशन सिंह बोरा, खर- हरीश काण्डपाल, दूषण- ख्याली सिंह कड़ाकोटी, सुग्रीव- दिनेश गोस्वामी, मारीच- मनीष उपाध्याय, जोगी रावण- गोविन्द सिंह बोरा, बालि- किशन सिंह बोरा, जनक दरबारी- वीरेन्द्र सिंह बिष्ट, बलवंत वाँणगी, रावण दरबारी- कमल सिंह नेगी, हरीश काण्डपाल, कुम्भकर्ण- शंकर पाण्डेय, वानर- विहान कपकोटी, आदित्य उपाध्याय, लकी बोरा, कार्तिक जोशी(राज जोशी), गौरविक नयाल, राक्षस- प्रज्जवल सिंह, दक्ष बिष्ट, दयाल सिंह, हरीश काण्डपाल, कमल नेगी, दीवान सिंह बिष्ट, जटायु- किशन सिंह बोरा, शबरी- राधिका बोरा, सुमित्रा- बिमला बोरा, सीता सखी- किरन जोशी, वेदिका जोशी, खुशी काण्डपाल, सुशैन वैद्य- सुधीर पंत, सुशैन सहायक- ख्याली सिंह कड़ाकोटी।
इस अवसर पर रामलीला समिति के पदाधिकारीगण संरक्षक प्रो0 आर0 सी0 पन्त, गोपाल दत्त गरवाल, हरीश काण्डपाल, पी0 सी0 पन्त, टी0डी0 पपनै, एस0बी0 बोस, गिरीश चन्द्र कोठारी, तारा सिंह बिष्ट, प्रेम सिंह फसर््वाण, एन0 के0 उपाध्याय, डी0 डी0 पाण्डेय, प्रकाश भट्ट, बी0 सी0 खर्कवाल, हरीश चन्द्र भट्ट तथा गोविन्द सिंह बोरा, ख्याली सिंह कड़ाकोटी, कमल सिंह नेगी, पुष्कर सिंह नयाल, नवीन सिंह बिष्ट रवीन्द्र सिंह बिष्ट, नरेंद्र सिंह फर्त्याल, त्रिभुवन सिंह बोरा, रमेश चन्द्र उपाध्याय, हरीश चंद्र जोशी, पूरन सिंह बिष्ट, विद्या प्रसाद पाठक, बषंत बल्लभ भट्ट, हेमंत सिंह गड़िया, शंकर पाण्डेय, सुधीर पंत, आनंद सिंह कपकोटी , बलवंत वांणगी, तारा दत्त काण्डपाल, हुकुम सिंह रावत, उमेश सिंह कैड़ा, जयपाल सिंह नेगी, के. एस. बोरा, हरेंद्र सिंह नेगी, जगत सिंह कार्की, नारायण सिंह नेगी, खजान सिंह नेगी, मनीष उपाध्याय, त्रिलोक सिंह नेगी, वीरेंद्र सिंह बिष्ट, जितेंद्र सिंह नेगी, कमल सिंह भाकूनी, दयाल सिंह रावत, नवीन जोशी, रंजीत सिंह रावत, दीप चन्द पंत, एम0 पी0 ओली सहित अनेक लोग उपस्थित थे।

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