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केजीएमयू को नहीं होने देंगे संसाधनों की कमी – ब्रजेश पाठक, उपमुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश
केजीएमयू को एक्सटेंशन के लिए भूमि प्रदान किए जाने पर प्रदेश सरकार का आभार – प्रो सोनिया नित्यानंद, कुलपति केजीएमयू
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
लखनऊ।किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के रेडियोथेरेपी विभाग में प्रशामक देखभाल इकाई द्वारा सतत चिकित्सा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में माननीय उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि कुलपति केजीएमयू प्रो सोनिया नित्यानंद रही।
मुख्य अतिथि के आशीर्वचन – केजीएमयू द्वारा अपनी प्रतिष्ठा एवं परम्परा का निर्वहन किया जा रहा है। राज्य सरकार केजीएमयू के कार्यों से प्रसन्न है एवं हरसंभव सहयोग चाहे वित्तीय हो अथवा प्रशासनिक, केजीएमयू को प्रदत्त करने हेतु कटिबद्ध है।
विशिष्ट अतिथि का संबोधन – केजीएमयू राज्य सरकार एवं उपमुख्यमंत्री का बहुत आभारी है। उनके प्रयासों के कारण ही हमें अपने एक्सटेंशन के लिए जमीन प्राप्त हो पाई है। शीघ्र ही रेडियोथेरेपी विभाग में एक नया लीनियर एक्सीलरेटर लगाया जाएगा।
प्रो राजेंद्र कुमार – जीव दया फाउंडेशन के सहयोग से वर्ष 2016 में palliative care project की शुरुआत हुई। 5 साल की समयावधि पूरी होने के बाद cipla फाउंडेशन द्वारा इसे चलाया जा रहा है। 21000 रोगियों को चिकित्सा सेवा देने के साथ साथ सैंकड़ों रोगियों को मानसिक चिकित्सा, पोषण सुविधा, घाव की देखभाल, सांस और खाने की नली लगवाने में सहायता उपलब्ध कराई जाती है।
प्रो शालीन कुमार – बड़ा मुश्किल है मरीज के आखिरी समय की देखभाल। हमारे देश में इच्छामृत्यु कानूनन नहीं है। किन्तु जिन रोगियों में जीवन की संभावना शून्य है उनका उपचार बेहद चुनौतियों से भरा है। तीमारदार से मृत्यु की संभावना की सूचना साझा करते हुए मार्मिक एवं दार्शनिक दृष्टिकोण अपनाना होगा।
प्रो संजय धीराज – नारकोटिक्स की दवाएं जैसे अफीम इस प्रकार के रोगियों को उपलब्ध कराई जाती हैं। इसे 2.5 से 5 मिलीग्राम से आरंभ किया जाता है। इसकी खुराक 6 गुना तक बढ़ाई जा सकती है। इसका सबसे अधिक दुष्प्रभाव कब्ज है।
उपस्थिति – प्रो विनीत शर्मा, प्रो अपजीत कौर, प्रो राजीव गुप्ता, प्रो अभिनव सोनकर, प्रो संदीप तिवारी, प्रो बीके ओझा, प्रो क्षितिज श्रीवास्तव, प्रो आनंद मिश्रा, प्रो पवित्र रस्तोगी एवं अन्य संकाय सदस्य,
धन्यवाद ज्ञापन – प्रो सीमा गुप्ता
संचालन – प्रो सुधीर सिंह ने किया।