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27 मार्च – श्रीरामचरितमानस की भाव सहित चौपाई
नमो राघवाय 🙏
प्रबल अविद्या तम मिटि जाई ।
हारहिं सकल सलभ समुदाई ।।
खल कामादि निकट नहिं जाहीं
बसइ भगति जाके उर माहीं ।।
( उत्तरकांड 119/3)
राम राम 🙏🙏
राम भक्ति मणि की महिमा बताते हुए काकभुसुंडि जी गरुड़ महराज से कहते हैं कि जिसके ह्रदय में राम भक्ति मणि बसती है उसकी अविद्या से जनित प्रबल अंधकार समाप्त हो जाता है । मद आदि पतंगों का सारा समूह हार जाता है । काम क्रोध और लोभ आदि खल तो उसके समीप जाते भी नही हैं ।
अविद्या जीवन में अंधकार फैलाती है , राम भक्ति मणि उसे अपने प्रकाश से मिटाती है । काम क्रोध व लोभ रूपी खल राम भक्ति मणि युक्त व्यक्ति के पास नहीं जाते है अर्थात् जीवन को कष्ट पहुँचाने वाले जितने भी दुर्गुण तत्व हैं सब राम भक्ति मणि रखने वाले के आगे हार मान लेतें हैं । अतएव ! जीवन को बाधामुक्त बनाने के लिए राम भक्ति मणि को ह्रदय में धारण करें । अथ ! जय जय राम भगति, जय जय राम भगति 🚩🚩🚩
संकलन तरूण जी लखनऊ